वाराणसी में धर्म संसद: संत बोलें- बीजेपी और कांग्रेस नहीं बनवा सकती राम मंदिर
- वाराणसी में आयोजित धर्म संसद का दूसरा दिन
- संतों ने बीजेपी और कांग्रेस पर बोला जमकर हमला
- पूरे देश से पहुंचे हैं संत महात्मा
वाराणसी: वाराणसी में आयोजित परमधर्म संसद 1008 के दूसरे दिन राम मंदिर का मुद्दा गरमाया रहा. धर्म संसद में संतों ने एक स्वर में अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण कराए जाने का समर्थन करने के साथ ही बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर हल्ला बोला.
संतों का कहना रहा कि बीजेपी हो या कांग्रेस राम मंदिर पर यह सिर्फ राजनीति कर सकते हैं, उसे बनवा नहीं सकते. वाराणसी में स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने तीन दिवसीय धर्म संसद का आयोजन किया है. धर्म संसद के दूसरे दिन सोमवार को यहां अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर चर्चा हुई. इस दौरान संतों ने मंदिर के स्वरूप पर चर्चा करते हुए अपना पक्ष रखा.इस धर्म संसद में पूरे देश से संत महात्मा पहुंचे हैं.
धर्म संसद की गुजरात से पहुंचे संत किशोर दुबे ने बताया कि आज दूसरे दिन अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर चर्चा की जा रही है. सभी संतों ने अयोध्या में राम जन्मभूमि बनाए जाने का समर्थन किया है.
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चर्चा के दौरान यह बातें उठ रही है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर कैसे बनाए और उसका स्वरूप कैसा हो .किशोरी दुबे ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की ओर से इसे केवल वोट बैंक के लिए राम मंदिर निर्माण की बात कही जाती है.
उन्होंने कहा कि सरकार कभी मंदिर बना ही नहीं सकती, क्योंकि सरकार के पास संविधान के अनुसार कोई अधिकार नहीं है कि वह कोई मंदिर या मस्जिद बनाए. सरकार के पास बस इतना अधिकार है कि वह भूमि अधिग्रहण कर ले, लेकिन वह मंदिर बना ले ऐसा कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने दंभ भरते हुए कहा कि मंदिर निर्माण का कार्य अब संत समाज ही करा सकता है.
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