- नासा के रोवर, मंगल ग्रह पर लगातार सूक्ष्मजीव अस्तित्व के निशानों की तलाश में जुटे है
- रोवर ने मंगल ग्रह पर उतरने के बाद वहाँ अपने 100 दिन पूरे कर लिए हैं
- पहली बार किसी हेलीकॉप्टर ने दूसरे ग्रह पर उड़ान भरी
वाराणसी। नैशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के पर्सिवियरेंस रोवर, मंगल ग्रह पर लगातार सूक्ष्मजीव अस्तित्व के निशानों की तलाश में जुटा है। साथ ही रोवर इस ग्रह के अतीत की जलवायु और भूविज्ञान की जांच करने की भी कोशिश कर रहा है। इस खोज को करते हुए नासा के पर्सिवियरेंस रोवर ने मंगल ग्रह पर उतरने के बाद वहाँ अपने 100 दिन पूरे कर लिए हैं।
पहली बार किसी हेलीकॉप्टर ने दूसरे ग्रह पर उड़ान भरी
18 फ़रवरी को इस लाल ग्रह की भूमध्य रेखा के ठीक उत्तर में 49 किलोमीटर चौड़े `जेज़ोरो` नाम के क्रेटर के आसपास उतरने के बाद से रोवर ने इस ग्रह की कई अद्भुत तस्वीरें ली हैं। एक छोटे हेलिकॉप्टर इन्जेन्युटि ने भी यहाँ से एरियल तस्वीरें भी भेजी हैं। यह पहली बार हुआ है जब कोई हेलिकॉप्टर किसी अन्य ग्रह पर उड़ान भरा हो।
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नासा के मंगल मिशन से अब तक भेजी गई तस्वीरों में से चुनिंदा तस्वीरें-
6 अप्रैल को पर्सिवियरेंस ने अपने वॉटसन कैमरे से यह सेल्फी ली जिसमें उसके साथ इन्जेन्युटि हेलिकॉप्टर भी दिख रहा है। रोवर ने 62 अगल अलग तस्वीरें भेजी थीं जिसे यहाँ धरती पर मिलाकर एक बनाया गया है।
30 मार्च 2021 की इस तस्वीर में रोवर के नीचे खड़ा दिख रहा है इन्जेन्युटि हेलिकॉप्टर
5 अप्रैल 2021 को मास्टकैम-ज़ेड ने इंजीनियरिंग के इस बेहतरीन सबूत 1.8 किलो भार के इन्जेन्युटि हेलिकॉप्टर की यह क्लोज़अप तस्वीर ली
किसी भी दूसरे ग्रह पर पहली बार किसी हेलिकॉप्टर के उड़ान का रिकॉर्ड तब बना जब मंगल पर 19 अप्रैल 2021 को इन्जेन्युटि हेलिकॉप्टर ने अपनी पहली उड़ान भरी। इस उड़ान के दौरान यह हेलिकॉप्टर सतह से क़रीब 10 फ़ीट की ऊंचाई तक उठा और वापस नीचे उतरने से पहले कई सेकेंड मंडराता रहा।
22 अप्रैल 2021 को इन्जेन्युटि ने अपनी दूसरी सफल उड़ान के दौरान पहली बार रंगीन एरियल तस्वीर ली। यह ड्रोन क़रीब 16 फ़ीट की ऊंचाई पर उड़ा, झुका और उड़ान भरने की जगह पर उतरने से पहले छह फ़ीट आगे की ओर बढ़ा। मंगल की सतह पर पर्सिवियरेंस के ट्रैक के निशान और इन्जेन्युटि की परछाई साफ़ देखने को मिल रही है।
इन्जेन्युटि ने अपनी तीसरी उड़ान के दौरान पर्सिवियरेंस की तस्वीर खींची। उस वक़्त यह मिनी हेलिकॉप्टर रोवर से 278 फ़ीट की दूरी पर था, जबकि सतह से यह 16 फ़ीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था।
7 मई को इन्जेन्युटि अपनी पाँचवी उड़ान में रोवर से 432 फ़ीट दूर एक नए लैंडिंग स्पॉट पर उतरने से पहले 33 फ़ीट की ऊंचाई तक पहुँचा।
पर्सिवियरेंस रोवर जेज़ेरो क्रेटर में उतरने के बाद पहली बार 4 मार्च 2021 को ड्राइव पर गया। एक टन का यह रोवर मंगल ग्रह के भूविज्ञान, वायुमंडल और पर्यावरण की स्थिति के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए नए उन्नत अंतरिक्ष उपकरणों से लैस है।
पर्सिवियरेंस लेज़र से लैस है जिन्हें मंगल ग्रह के भूविज्ञान से जुड़े डेटा को एकत्र करने के लिए डिज़ाइन किया गया है 28 मार्च 2021 को रोवर के दाहिने मास्टकैम-ज़ेड कैमरे ने एक पत्थर की तस्वीर ली
रोवर में कई तरह के कैमरे लगे हैं। यह तस्वीर रोवर के दाहिने कैमरे मास्टकैम-ज़ेड से ली गई है। इससे ठीक वैसी ही तस्वीरें निकलती हैं जैसे कि एक इंसान अपनी आंखों से देख रहा हो। पत्थरों की यह तस्वीर 13 मई 2021 को ली गई थी।
22 मार्च 2021 को बाएं मास्टकैम-ज़ेड कैमरे से पर्सिवियरेंस की ली गई इस तस्वीर को रोवर की ली गई छठे हफ़्ते की तस्वीरों में `इमेज़ ऑफ़ द` वीक चुना गया
इस तस्वीर में सांता क्रूज़ पहाड़ी दिख रही है जो रोवर से लगभग 1.5 मील (2.5 किलोमीटर) दूर है. ये दृश्य जेज़ेरो क्रेटर के भीतर का ही है। क्रेटर के रिम को भी 29 अप्रैल 2021 को ली गई इस तस्वीर में देखा जा सकता है।
पर्सिवियरेंस रोवर के पास मंगल ग्रह के एक वर्ष तक ऑपरेट करने के लिए शुरुआती फन्डिंग है। पृथ्वी पर 365 दिनों के एक वर्ष की तुलना में मंगल ग्रह पर एक वर्ष 687 दिनों का होता है।
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