हादसे के बाद जागा प्रशासन, कार्यदायी संस्थाओं को सेफ्टी ऑडिट का आदेश

संक्षेप:

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने समस्त कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया है कि ऐसी परियोजनाएं जहां निर्माण कार्य के दौरान दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है, ऐसे उन सभी परियोजनाओं को तत्काल् चिन्हिंत कर उनका सेफ्टी ऑडिट स्वयं विभाग भी करे एवं किसी थर्ड पार्टी से भी उन परियोजनाओं का सेफ्टी ऑडिट करा लिया जाए कि कोई अप्रिय घटना घटित न होने पाए। उन्होंने कार्य की गुणवत्ता पर विशेष जोर देते हुए परियोजना में प्रयुक्त होने वाले सरिया, कांक्रीट आदि की जॉच किसी प्रतिष्ठित वाहय एजेंसी यथा-आईटीआई बी.एच.यू अथवा कानपुर से करा लिया जाए।

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने गत् दिवस चौकाघाट-लहरतारा निर्माणाधीन फ्लाई ओवर की बीम गिरने की दुखद घटना के दृष्टिगत् इसकी किसी भी दशा में पुनरावृत्ति न होने देने पर जोर देते हुए मंडल के जनपदों के जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी सहित समस्त कार्यदायी संस्थाओं को पत्र लिख कर मंडल के जनपदों में संचालित समस्त परियोजनाओं का सेफ्टी आडिट कराये जाने का कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया है। उन्होंने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया है कि संचालित ऐसी परियोजनाएं जहां जनसामान्य का आवागमन बना रहता है, वहां संबधित कार्यदायी एजेंसी अपने स्तर से प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी व स्टाफ मय युनिफार्म अवश्य रखे। जो सामान्य जनमानस को उस स्थल से दूर रखने में सहयोग करें। ऐसी परियोजना स्थल जहां पर ट्राफिक डायवर्जन कराना उचित हो, इसके लिए जिले के जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर समय से पूर्व रूट डायवर्जन के लिए अनुमति अवश्य प्राप्त कर लिया जाए। जिस अवधि के दौरान और जिस खण्ड पर डायवर्जन लेना हो, उनका सम्पूर्ण विवरण उल्लिखित कर उसकी वैकल्पिक व्यवस्था का उल्लेख अवश्य किया जाए। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने आगामी बैठक में सभी कार्यदायी एजेसियों को ऐसी परियोजनाओं को चिन्हित कर किये गये सुरक्षात्मक उपायों के संबंध में अपना प्रस्तुतिकरण भी करेंगे।

 

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