पुलवामा अटैक में वाराणसी का जवान शहीद

संक्षेप:

  • पुलवामा आतंकी हमला
  • वाराणसी का लाल शहीद
  • फोन पर किया था आने का वादा

वाराणसी: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में गुरूवार को सीआरपीएफ के 43 जवान शहीद हो गए जिसमें वाराणसी के लाल रमेश यादव भी शहीद हो गए। शहीद होने की खबर मिलते ही चौबेपुर इलाका गम में डूब गया। रमेश की पत्नी ने बताया कि जम्मू कैंप से श्रीनगर जाने से पहले उनसे और परिजनों से फोन पर बात की थी। उन्होंने बताया कि श्रीनगर पहुँचकर बात करने का वादा किया था। श्रीनगर जाते समय आतंकवादियों ने  हमला किया और वो शहीद हो गए।

काफी देर बाद जब रमेश का फोन नहीं आया तो रेनू ने कई बार उन्‍हें फोन मिलाया लेकिन नहीं मिला। रात आठ बजे सीआरपीएफ हेड क्वार्टर से उनके शहीद होने की खबर मिली तो परिवार और रमेश का पूरा गांव गम में डूब गया। ग्रामीणों ने सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की मांग की है।

 रमेश यादव दो दिन पहले ही एक महीने की छुट्टी पूरी करके जम्मू गए थे। रमेश के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद पत्नी रेनू रो कर बुरा हाल है तो पिता श्यामनारायण यादव का कहना है कि उनका कमाने वाला बेटा शहीद हो गया, अब घर कैसे चलेगा। शहीद के गांव में सभी लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश है अभी तक कोई जनप्रतिनिधि या अधिकारी उनसे मिलने गांव में नहीं आया है। 

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दो बेटों में छोटे रमेश का सेना में भर्ती होने का पढ़ाई के दिनों से जुनून था। शुक्रवार की सुबह से रिश्तेदारों के साथ परिचितों के आने का क्रम शहीद के घर बना हुआ है। जवान के घर और पूरे इलाके में मातम का माहौल है। 

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