वाराणसी: कोविड की दूसरी लहर है ज्यादा घातक, संक्रमण की चपेट में ज्यादातर युवा वर्ग, सावधानी बरतें नहीं तो...

संक्षेप:

  • कोविड की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक।
  • युवाओं में इसका ज्यादा प्रभाव देखने को मिला है।
  • अप्रैल महीने में  119 मौत में 30 से अधिक मरीज 40 साल से कम है।

वाराणसी। कोविड की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है। प्रदेश में प्रतिदिन मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। पहले लोग एक दूसरे से संपर्क में आने से डरते थे पर ये दूसरी लहर का असर हवा में ही देखने को मिल रहा है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि दूसरी लहर कितनी घातक है। कोरोना की दूसरी लहर में वैसे तो हर कोई संक्रमण की जद में है लेकिन पिछले साल के मुकाबले इस बार युवाओं में इसका ज्यादा प्रभाव देखने को मिला है। युवाओं के संक्रमित होने का ही आंकड़ा अधिक नहीं है बल्कि कोरोना से होने वाली मौत भी युवाओं की हो रही है। अप्रैल महीने में ही अब तक वाराणसी में हुई 119 मौत में 30 से अधिक मरीज 40 साल से कम है। संक्रमण की रफ्तार जिस तरह बढ़ रही है उसको देखते हुए डॉक्टरों के मुताबिक अगर शुरुआती लक्षण दिखे तो उससे तुरंत गंभीरता से लेना चाहिए और अस्पताल जाकर जांच भी करानी चाहिए।

कोरोना के शुरुआती लक्षण

कोरोना के शुरुआती लक्षणों की बात करें तो बुखार, गले में खराश और दर्द, सूखी खांसी, जुकाम और सांस फूलना, कमजोरी, थकावट, भूख की कमी, पेट दर्द, डायरिया, उल्टी, सिर दर्द और सुनाई कम देना शामिल हैं. ऐसे में अगर किसी भी व्यक्ति को इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत जांच कराएं. जांच में अगर देरी करने से संक्रमण का खतरा बढ़ने की संभावना अधिक रहता है।

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एक दिन में 2272 सैंपल की रिपोर्ट में 1023 नए मरीज मिले

वाराणसी में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। सोमवार सुबह मिले 2272 सैंपल की रिपोर्ट में 1023 नए मरीज मिले हैं। इधर तीन दिन से मरीजों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ी की अब तक तीन दिनों में ही पांच हजार मरीज मिल चुके। इधर  गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने का संकट अभी टला नहीं है। नए मरीजों के मिलने के बाद जिले में कुल संक्रमित मरीज 57949 में 39597 के डिस्चार्ज, 499 की मौत के बाद अब भी होम आइसोलेशन और अस्पताल में 17853 लोग हैं।

 

 

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