वाराणसी में पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर महिला ने लगाई वॉल्वो बस में आग

संक्षेप:

  • पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर प्रदर्शन
  • बस में लगा दी गई आग
  • `मैंने आग लगाई, जो कर सकते हो कर लो`: वंदना रघुवंशी

वाराणसी: पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर आंदोलनकारियों ने बस में आग लगा दी है. पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहीं पूर्वांचल राज्य जनांदोलन की राष्ट्रीय सचिव वंदना रघुवंशी ने कैंट रोडवेज स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर खड़ी लखनऊ जाने वाली वॉल्वो बस में आग लगा दी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पूर्वांचल राज्य को लेकर चल रहे आंदोलन ने बुधवार को उग्र रूप धारण कर लिया. 35 दिनों से लगातार आंदोलन कर रहे संगठन के लोगों ने उग्र रूप अपनाते हुए कैंट रोडवेज बस स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर खड़ी लखनऊ से आई वॉल्वो बस में आग लगा दी. आग लगने से स्टेशन पर अफरातफरी मच गई. आग किसी और ने नहीं बल्कि पूर्वांचल राज्य जनांदोलन की राष्ट्रीय सचिव वंदना रघुवंशी ने लगाई थी. 

बस में आग लगी देख आनन-फानन में बस स्टेशन को खाली करा दिया गया. आग की सूचना पर दमकल की कई गाड़िया मौके पर पहुंच गई. वहीं आग लगाने वाली पूर्वांचल राज्य जनांदोलन की राष्ट्रीय सचिव वंदना रघुवंशी को सिगरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जिस समय बस में आग लगाई गई उस समय यात्री भी सवार थे, लेकिन धुंआ उठता देख सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल आए. 

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गनीमत रही कोई यात्री हताहत नहीं हुआ. पुलिस पूर्वांचल राज्य जनांदोलन की राष्ट्रीय सचिव वंदना रघुवंशी को गिरफ्तार करने के साथ-साथ अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है. पुलिस वंदना रघुवंशी से पूछताछ कर रही है.

वंदना को जब हिरासत में लिया गया तो वंदना ने खुद इस बात को कबूल किया की हां `मैंने आग लगाई है, जो कर सकते हो कर लो`. महिला विंग प्रभारी वंदना रघुवंशी ने आरोप लगाया कि पिछले पांच साल से पूर्वांचल राज्‍य की मांग के लिये हम गांधीवादी तरीके से लड़ाई लड़ते आ रहे थे. इसी के तहत हमने आर-पार की लड़ाई के लिये प्रधानमंत्री कार्यालय नई दिल्‍ली को पत्र लिखकर आगाह किया था कि 15 अगस्‍त 2018 से हम आमरण अनशन पर जाएंगे. इस बारे में हम बराबर सरकार को रिमाइंडर भी भेजते रहे, लेकिन मेरी बात किसी ने नहीं सुनी. इसलिए लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए यह कदम उठाना पड़ा.

वंदना रघुवंशी ने यह भी कहा की 22 दिनों तक अनशन करती रहीं, इस बीच मुख्‍यमंत्री तीन-तीन बार वाराणसी आये, प्रधानमंत्री भी एक बार बनारस आये, मगर अहिंसक आंदोलनकारियों से कोई बात नहीं की गई. साथ ही उन्होंने बताया कि जिस वक्‍त बस में आग लगाई गई, उसमें तीन-चार सवारी ही बैठी हुई थीं, जिन्हें आंदोलनकारी ने बाहर निकाल दिया और बस में आग लगा दी. वॉल्‍वो बस में लगी आग को बुझाने के लिये दमकल की गाड़ियों ने काफी देर तक मशक्‍कत की, जिसके बाद आग पर काबू पा लिया गया.

वंदना रघुवंशी ने इस बात को कबूल किया कि बस में आग उन्‍होंने ही लगाई है. उन्‍होंने आरोप लगाया कि इस घटना के लिये सरकार जिम्‍मेदार है. हमारी बातें नहीं सुनी जा रही थीं.  पिछले पांच साल से वह लोग गांधीवादी तरीके से लड़ रहे थे, लेकिन सरकार ने भगत सिंह के तरीके को अपनाने के लिए मजबूर कर दिया.

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