योगी सरकार बना रही मंदिरों के लिए वेबसाइट, जानिए इसकी खास बात

संक्षेप:

  • बनारस के करीब 150 मंदिरों का वीडियो वेबसाइट होगा उपलब्ध
  • वेबसाइट पर काम कर रही है योगी सरकार
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है वाराणसी 

वाराणसी: क्या आप वाराणसी के पंचगंगा घाट पर स्थित मंगला गौरी मंदिर का 3डी वीआर-हेडसेट इनेबल्ड वीडियो देखना चाहेंगे? क्या आप भी चाहते हैं कि जब आप वाराणसी जाएं तो एक क्लिक पर आपको सारी जानकारी मिल जाए? तो अब उत्तर प्रदेश सरकार आपकी सुविधा के लिए एक योजना बना रही है।

जी हां, योगी आदित्यनाथ की सरकार एक ऐसी वेबसाइट पर काम कर रही है जिस पर जल्द ही बनारस के करीब 150 ऐसे मंदिरों का वीडियो उपलब्ध होगा जो बहुत ज़्यादा मशहूर नहीं हैं। गौरतलब है कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है।

इस वेबसाइट को `वाराणसी के पावन पथ` नाम दिया जा सकता है। इस वेबसाइट पर सभी 150 छोटे मंदिरों के बारे में विस्तृत जानकारी होगी। इनमें गूगल मैप्स की लोकेशन भी शामिल है। इसके अलावा, इन मंदिर के पुजारियों के नंबर भी होंगे। देशी और विदेशी टूरिस्टों को आकर्षित करने के लिए 360 डिग्री वीडियो भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

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प्रदेश सरकार के एक प्रस्ताव में कहा गया है, `इस पवित्र शहर में सबसे बड़े आकर्षण इसके प्रभावशाली मंदिर हैं,जो महान और प्राचीन जीवंत संस्कृति की सच्ची मूरत हैं और आज भी ये जीवंत हैं। यह पवित्र शहर भारत में एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थान है और देश के बाहर से आने वाले लोगों के लिए यह भारत का एक सच्चा प्रतिबिंब है।` इस प्रस्ताव में आगे कहा गया कि इस वेबसाइट के जरिए बनारस के असली रंगों को सामने लाना है।

वाराणसी के बड़े मंदिर जैसे कि काशी विश्वनाथ, संकटमोचन और काल भैरव तो दुनिया भर में मशहूर हैं। और लोकसभा चुनाव में अपनी जीत के बाद पीएम मोदी भी यहां दर्शन करने गए थे। अब यूपी सरकार ने 150 ऐसे मंदिरों की पहचान की है जिन्हें कम लोग ही जानते हैं। ये मंदिर पूरे बनारस शहर में बने हुए हैं। ये मंदिर, भगवान भैरव, गौरी, दुर्गा, अष्ट विनायक, अष्ट प्रधान विनायक हैं और वाराणसी के ज्योतिर्लिंग भी इनमें शामिल हैं। सरकार इन्हें एक सर्किट में लिंक करने पर काम कर रही है।

नई डिज़ाइन होने वाली वेबसाइट में यूज़र के द्वारा जेनरेट किया गया कॉन्टेंट जैसे कि यूट्यूब वीडियो, 360 डिग्री वीडियो, मंदिरों के 3डी ऐनिमेशन इंटीग्रेट करने जैसे फ़ीचर भी होने चाहिए। इसके अलावा, वेब, गूगल, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और दूसरे लोकप्रिय सर्च इंजन पर भी इस जानकारी को उपलब्ध कराना चाहिए। वेबसाइट और ऑग्युमेंटिड मोबाइल प्लेटफॉर्म पर भी 360 डिग्री वीडियो और वीआर हेडसेट सपोर्ट पूरी तरह मौज़ूद रहना चाहिए। 

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