भू माफियाओं के आगे नतमस्तक योगी सरकार, नहीं हुई कोई कार्रवाई

संक्षेप:

  • सरकार के एक साल पूरे
  • प्रदेशभर में भारतीय जनता पार्टी सरकार के एक साल का जश्न मना रही है
  • खामियों पर पर्दा डाल रही है जहां सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई

By- अभिषेक जायसवाल

2017 विधानसभा चुनाव में जीत के बाद आज के ही दिन सीएम योगी ने यूपी की सत्ता संभाली थी। सरकार के एक साल पूरे होने पर प्रदेशभर में भारतीय जनता पार्टी सरकार के एक साल का जश्न मना रही है और जनता को सरकार की उपलब्धियां बता रही है।  लेकिन उन खामियों पर पर्दा डाल रही है जहां सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई।  

सूबे की कमान संभालने के बाद योगी सरकार ने भूमाफियाओं पर कार्रवाई  की बात कही थी लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी सहित गाजीपुर,चंदौली और जौनपुर में अधिकारी भूमाफियाओं के आगे बेबस दिखाई पड़ रहे है और उनपर कार्रवाई से कतरा रहे हैं सिर्फ वाराणसी में जिला प्रशासन ने जुलाई 2017 में 49 भूमाफियाओं की सूची तैयार की थी लेकिन तैयार सूचि के नौ महीने बीतने के बाद भी जिला प्रशासन सिर्फ नौ भूमाफियाओं पर ही कार्रवाई की है बाकी के 40 भूमाफियां अब भी कब्जे की गयी जमीन पर मजे की जिंदगी काट रहे हैं। सूत्रों की मानें तो कार्रवाई किए गए 9 भूमाफिया भी लिस्ट के आखरी नंबर के हैं जबकि बड़े भू माफिया अब भी प्रशासन के गिरफ्त से बाहर हैं।  

ये भी पढ़े : सारे विश्व में शुद्धता के संस्कार, सकारात्मक सोच और धर्म के रास्ते पर चलने की आवश्यकता: भैय्याजी जोशी


वाराणसी के अलावा रेल राज्य  मंत्री मनोज सिन्हा के संसदीय क्षेत्र गाजीपुर में भी अधिकारी भूमाफिया के आगे नतमस्तक ही दिखाई दे रहे हैं। गाजीपुर में प्रशासन द्वारा चिन्हित 68 भूमाफियाओं की लिस्ट से बस 13 लोगों पर ही अब तक कार्रवाई हुई है।  ऐसा ही हाल वाराणसी के सटे चंदौली जिले का है जहां के सांसद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष है लेकिन यहां भी भूमाफियाओं पर कार्रवाई को लेकर प्रशासन सुस्त है। 

सूबे भर में भूमाफियाओं की सूचि तैयार होने के बाद सरकार ने उनपर बड़ी कार्रवाई का दावा किया था लेकिन पूरे एक साल  में  सरकार और शासन इन बड़े भूमाफियाओं पर कार्रवाई करने से बचती नजर आ रही है।  भूमाफियाओं को लेकर जो हाल प्रदेश का अखिलेश राज में था वैसा ही अब योगी राज में भी दिखाई पढ़ रहा है।  तमाम शिकायतों के बाद भी इन भूमाफियाओं पर कार्रवाई से प्रशासन बच रही है।  सरकारी और निजी जमीन को हथियाने की शिकायतों की संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने 25 अप्रैल को एएलएमटीएफ बनाने की घोषणा की थी। प्रत्येक जिले में यह टास्क फोर्स का गठन किया गया था। इसी के आधार पर ये कार्रवाई शुरू हुई। जिला प्रशासन के अनुसार चिन्हित किए गए भू-माफियाओं ने 7.76 हेक्टेयर भूमि पर कब्जा किया है। वहीं जिले में कुल 305 अतिक्रमण करने वालों की संख्या प्रकाश में आई है। इन अतिक्रमणकर्ताओं ने 25.29 हेक्टेयर भूमि पर कब्जा किया हुआ है। इसमें से 15.85 हेक्टयर भूमि को छुड़ाया गया है। लेकिन बड़े भूमाफियाओं के कब्जे किए जमीन को छुड़ाने में प्रशासन कतरा रही है।  

बता दें की वाराणसी में 3.172, चन्दौली में 385.075, गाजीपुर में 11.493 तथा जौनपुर में 3.13 सहित कुल 402.87 हे0 भूमि भूमाफियाओं के चंगुल में है जिसमे से अब तक सरकार और प्रशासन नहीं छुड़ा सकी है। 

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।

Related Articles