हिरण को मारने के बाद, बंदूक दिखा कर भागे थे सलमान

सलमान खान के केस में आज फैसला आ रहा है. ऐसे में जानिए क्या किया था सलमान ने जब गां-वालों ने उन्हे रंगे-हाथों पकड़ा था.

सलमान खान पर आखिरी केस काले हिरण शिकार मामले में जोधपुर कोर्ट आज फैसला सुनाने जा रही है. बता दें कि सलमान समेत बाकी आरोपियों पर बड़ा फैसला आज आने वाला है. आज से 20 साल पहले इस केस की जांच राजस्थान के पूर्व वन अधिकारी ललित बोरा को सौंपी गई थीं. वे पहले अधिकारी थे जिन्होंने सलमान को इस केस में 'हम साथ साथ हैं' के सेट से गिरफ्तार किया था.

रिपोर्ट्स बताती हैं कि  ललित बोरा ने 2002 में फॉरेस्ट सर्विस छोड़ दी थी. सलमान के केस के सिलसिले में दिए एक इंटरव्यू में ललित बोरा में बताया कि उन्हें डर है कि बाकी दो मामलों की तरह इस केस में भी उनके द्वारा इकट्ठा किए गए सबूतों को कोर्ट अनदेखा कर देगा. आइए जानते हैं ललित बोरा की ज़ुबानी पूरे मामले की कहानी...

उन्होंने कहा था, 2 अक्टूबर 1998 को गुडा बिश्नोई के रहने वालों ने वन विभाग के ऑफिस आकर 2 काले हिरणों का शिकार होने की बात कही थी. इन चश्मदीद गवाहों ने वन-विभाग के ऑफिर्स को बताया था कि गुडा बिश्नोई के रेजिडेंट्स बड़े पटाखे जैसी आवाज़ से सहम गए और तभी गांव के आसपास एक मारूति जिप्सी की संदिग्ध मूवमेंट देखी गई थी.

इन आवाज़ों को सुनने के बाद गांव वाले जैसे जैसे जिप्सी के आस-पास इकट्ठे होने शुरु हुए वैसे वैसे पूरा मामला खुलता चला गया और जंगल में दो हिरणों को मृत पाया गया. जिसे बाद आनन-फानन में गांव-वालों ने गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर नोट किया. आगे बोरा बताते हैं कि जैसे ही गांववाले सलमान के नज़दीक जाने की कोशिश करने लगे, उन्होंने लोगों को बंदूक दिखाई और वहां से भागने में कामयाब हो गए.

बताया जाता हैं कि इसके बाद सलमान खान का पीछा करने की भी कोशिश की गई थी लेकिन गांव-वाले असफल रहे थे.

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