सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और मरीज के परिजन के बीच ब्रिज बने सरकारी अफसर
ये सरकारी अधिकारी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) में भर्ती मरीजों के परिजनों और अस्पताल प्रबंधन के बीच समन्वय स्थापित करेंगे और परेशानियां दूर करेंगे.सोमवार को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद अस्पताल की लापरवाही और बदइंतजामी की जो तस्वीर सामने आई थी उसने अस्पताल के बेहतर इलाज और प्रबंध की पोल खोल दी थी. परिजनों के हंगामे के बाद प्रशासन के आला अधिकारी मौके पहुँच गए थे उन्होंने व्यवस्था संभालने के प्रयास किये.विधायक प्रवीण पाठक ने वहीँ से कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) को फोन कर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) की व्यवस्थाएं सुधारने और अस्पताल में एक हेल्प डेस्क बनाने के लिए कहा.विधायक प्रवीण पाठक (MLA Praveen Pathak) के कहने और सोमवार को हुए घटनाक्रम को देखते हुए कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) ने अपने अफसरों की ड्यूटी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital)में लगा दी है.सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) में भर्ती कोरोना मरीजों (Corona Patient) की परेशानी को दूर करने जिला प्रशासन के अफसर ब्रिज की भूमिका में दिखाई दे रहे हैं .
कुंभ स्नान करते ही बदला मन, याद आये बच्चों के चेहरे, त्याग दिया सुसाइड का विचार
परिजनों ने सुसाइड नोट (Suicide Note) पुलिस को सौंप दिया.पुलिस ब्रजेश प्रजापति और उसकी पत्नी को तलाशती रही लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिली इसी बीच 9 दिन बाद मंगलवार की शाम घर ब्रजेश पत्नी सहित वापस लौट आया.पुलिस ने व्यापारी के बयान दर्ज कर उसके पार्टनर को तलब किया है.बहोड़ापुर थाना क्षेत्र की वर्षा कॉलोनी में रहने वाले कारोबारी ब्रजेश प्रजापति सोमवार 5 अप्रैल की रात पत्नी प्रीति को साथ लेकर सुसाइड (Suicide) के लिए निकल गए.पार्टनर पर 40 लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगाने के बाद सुसाइड नोट (Suicide Note) छोड़कर पत्नी को साथ लेकर सुसाइड (Suicide) करने निकला व्यापारी 9 दिन बाद सकुशल वापस घर लौट आया है. उसने पुलिस को बताया कि उन्होंने पहले ग्वालियर में ही सुसाइड (Suicide) का प्रयास किया लेकिन फिर जब हिम्मत नहीं हुई तो हरिद्वार चले गए.
आईएएस अफसरों को वीसी में ना उलझाएं मुख्यमंत्री, फील्ड में उतारें, विधायक ने लिखा पत्र
विधायक प्रवीण पाठक ने सवाल किया कि वीसी के प्रोटोकॉल के चलते पूरे मध्यप्रदेश के अधिकारियों का 24 घंटे में से 18 घंटे का समय वीसी में और उसकी तैयारियों में जाता है, तो यह अधिकारी मैदानी क्षेत्र में आवश्यक कार्य कब करते होंगे.कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak)ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप प्रदेश के मुखिया हैं, यह बात बीते 17 सालों से प्रदेश की जनता जानती है तो इसके लिए इतनी लंबी-लंबी वीडियो कांफ्रेंस करने की आवश्यकता नहीं है, आपके चेहरे से संपूर्ण मध्यप्रदेश परिचित है.आपके द्वारा लगातार जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ली जा रही है उसमें प्रदेश के कई आला अधिकारी 6 से 7 घंटे आपके साथ बैठते हैं और संपूर्ण प्रदेश के अधिकारियों का अधिकतम समय उस वीसी की तैयारी में और आप को प्रभावित करने के लिए मनगढ़ंत जादुई आंकड़े जुटाने में चला जाता है.कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने पत्र में कहा कि जिन अधिकारियों को जमीन पर रहकर कोरोना जैसे संकट से लड़ने के लिए कार्य करना चाहिए वह केवल वीसी की तैयारियों में लगे हुए हैं.राजनीतिक विद्वेष, कटुता को निभाने के लिए हमें समय मिलेगा किंतु जनता को इस समय, हम से अपेक्षा है कि हम कोविड-19 महामारी में राजनीति नहीं बल्कि जनसेवा करें.कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak)ने पत्र के अंत में निवेदन किया है कि इस भीषण आपदा के अवसर पर आपसे अपेक्षा है कि विपक्ष के विधायकों को साथ लेकर प्रदेश की जनता को इस महामारी से बचाने की कार्य योजना बनाएं और अधिकारियों की अधिकांश ऊर्जा वीसी में न लगवाते हुए वास्तविक कार्यों में लगवाएं.आप करते रहिए प्रदेश में अपनी वी सी !
गालियाँ देने से रोकने पर युवक की हत्या, सीने के आर-पार हुई गोली, आरोपी फरार
पुलिस ने हत्या (Murder) का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.पनिहार थाना क्षेत्र के शालूपुरा पहाड़ी गांव में रहने वाले गोपाल कुशवाह को गुरुवार की सुबह राकेश बाल्मीकि ने मामूली बात पर गोली मार दी जिससे गोपाल की मौके पर ही मौत (Murder) हो गई. मृतक गोपाल के छोटे भाई हीरा कुशवाह के मुताबिक राकेश बाल्मीकि सुबह घर के बाहर आकर गालियां दे रहा था भैया ने गाली देने से मना किया तो झगड़ा करने लगा और कमर से कट्टा निकाल कर गोली मार दी. गोली सीने से आर-पार हो गई और गोपाल की मौके पर ही मौत (Murder) हो गई.गोली नजदीक से सीने पर मारी गई थी इसलिए आर-पार हो गई और युवक की मौके पर ही मौत हो गई.ग्वालियर के देहात थाना पनिहार में गाली देने से रोकने पर एक बदमाश ने घर के बाहर बैठे युवक पर कट्टे से फायर कर दिया.
विधायक ने कलेक्टर से पूछा सवाल- आपने पिछले एक साल में क्या सीखा?
ग्वालियर, अतुल सक्सेना. मंगलवार को ग्वालियर कलेक्ट्रेट में आयोजित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक उस समय सन्नाटा छा गया जब कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) से सवाल किया कि कलेक्टर साहब आप बताएं कि अपने पिछले एक साल में कोरोना से क्या सीखा?जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में मंगलवार को फैसला लिया गया कि 15 अप्रैल से ग्वालियर में 7 दिन के लिए कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) लगा दिया जाएगा.बैठक में कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) भी मौजूद थे उन्होंने कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) से सवाल किया कि कोरोना (Corona) मध्यप्रदेश के लिए नया तो नहीं है.विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने कहा कि मैंने कलेक्टर को कहा है कि एक रोडमैप तैयार करें और अपनी नाकामी छिपाने के लिए तुगलकी फरमान देना बंद करें.मैं ये पूछना चाहता हूँ कि लोगों के स्वास्थ्य,उनके व्यापार, रोजी रोटी और सामान्य जनजीवन को लेकर प्रशासन और सरकार के पास आखिर क्या योजना है?या जनता ऐसे ही गिनीपिग बनती रहेगीजनता को डराइये नही बल्कि बचाइए सरकार !#जनता_हैरान_है@ChouhanShivraj @digvijaya_28 @OfficeOfKNath @INCMP pic.twitter.com/YlNBryFgV2?
कोरोना कर्फ्यू के विरोध में एकजुट हुए व्यापारी, बोले-बिना चर्चा फैसला स्वीकार नहीं
शहर के बाजारों के व्यापारियों ने चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के पदाधिकारियों से कहा कि व्यापारियों को भरोसे में लिए बिना कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) लगाने का फैसला उन्हें स्वीकार नहीं है.ग्वालियर में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंगलवार को जिला प्रशासन ने क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक कर फैसला किया कि 15 अप्रैल सुबह 6 बजे से 7 दिन के लिए ग्वालियर में कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) लगाया जाएगा.क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में हुए कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) के फैसले की जानकारी जैसे ही व्यापारियों को मिली सब इकठ्ठा होकर चेंबर ऑफ़ कॉमर्स पहुँच गए.कुछ ही देर में चेंबर ऑफ कॉमर्स में ग्वालियर के अलग-अलग बाजारों के सैकड़ों व्यापारी इकठ्ठा हो गए.व्यापारियों ने एक सिरे से कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) को नकार दिया.
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और मरीज के परिजन के बीच ब्रिज बने सरकारी अफसर
ये सरकारी अधिकारी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) में भर्ती मरीजों के परिजनों और अस्पताल प्रबंधन के बीच समन्वय स्थापित करेंगे और परेशानियां दूर करेंगे.सोमवार को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद अस्पताल की लापरवाही और बदइंतजामी की जो तस्वीर सामने आई थी उसने अस्पताल के बेहतर इलाज और प्रबंध की पोल खोल दी थी. परिजनों के हंगामे के बाद प्रशासन के आला अधिकारी मौके पहुँच गए थे उन्होंने व्यवस्था संभालने के प्रयास किये.विधायक प्रवीण पाठक ने वहीँ से कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) को फोन कर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) की व्यवस्थाएं सुधारने और अस्पताल में एक हेल्प डेस्क बनाने के लिए कहा.विधायक प्रवीण पाठक (MLA Praveen Pathak) के कहने और सोमवार को हुए घटनाक्रम को देखते हुए कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) ने अपने अफसरों की ड्यूटी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital)में लगा दी है.सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) में भर्ती कोरोना मरीजों (Corona Patient) की परेशानी को दूर करने जिला प्रशासन के अफसर ब्रिज की भूमिका में दिखाई दे रहे हैं .
कुंभ स्नान करते ही बदला मन, याद आये बच्चों के चेहरे, त्याग दिया सुसाइड का विचार
परिजनों ने सुसाइड नोट (Suicide Note) पुलिस को सौंप दिया.पुलिस ब्रजेश प्रजापति और उसकी पत्नी को तलाशती रही लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिली इसी बीच 9 दिन बाद मंगलवार की शाम घर ब्रजेश पत्नी सहित वापस लौट आया.पुलिस ने व्यापारी के बयान दर्ज कर उसके पार्टनर को तलब किया है.बहोड़ापुर थाना क्षेत्र की वर्षा कॉलोनी में रहने वाले कारोबारी ब्रजेश प्रजापति सोमवार 5 अप्रैल की रात पत्नी प्रीति को साथ लेकर सुसाइड (Suicide) के लिए निकल गए.पार्टनर पर 40 लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगाने के बाद सुसाइड नोट (Suicide Note) छोड़कर पत्नी को साथ लेकर सुसाइड (Suicide) करने निकला व्यापारी 9 दिन बाद सकुशल वापस घर लौट आया है. उसने पुलिस को बताया कि उन्होंने पहले ग्वालियर में ही सुसाइड (Suicide) का प्रयास किया लेकिन फिर जब हिम्मत नहीं हुई तो हरिद्वार चले गए.
आईएएस अफसरों को वीसी में ना उलझाएं मुख्यमंत्री, फील्ड में उतारें, विधायक ने लिखा पत्र
विधायक प्रवीण पाठक ने सवाल किया कि वीसी के प्रोटोकॉल के चलते पूरे मध्यप्रदेश के अधिकारियों का 24 घंटे में से 18 घंटे का समय वीसी में और उसकी तैयारियों में जाता है, तो यह अधिकारी मैदानी क्षेत्र में आवश्यक कार्य कब करते होंगे.कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak)ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप प्रदेश के मुखिया हैं, यह बात बीते 17 सालों से प्रदेश की जनता जानती है तो इसके लिए इतनी लंबी-लंबी वीडियो कांफ्रेंस करने की आवश्यकता नहीं है, आपके चेहरे से संपूर्ण मध्यप्रदेश परिचित है.आपके द्वारा लगातार जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ली जा रही है उसमें प्रदेश के कई आला अधिकारी 6 से 7 घंटे आपके साथ बैठते हैं और संपूर्ण प्रदेश के अधिकारियों का अधिकतम समय उस वीसी की तैयारी में और आप को प्रभावित करने के लिए मनगढ़ंत जादुई आंकड़े जुटाने में चला जाता है.कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने पत्र में कहा कि जिन अधिकारियों को जमीन पर रहकर कोरोना जैसे संकट से लड़ने के लिए कार्य करना चाहिए वह केवल वीसी की तैयारियों में लगे हुए हैं.राजनीतिक विद्वेष, कटुता को निभाने के लिए हमें समय मिलेगा किंतु जनता को इस समय, हम से अपेक्षा है कि हम कोविड-19 महामारी में राजनीति नहीं बल्कि जनसेवा करें.कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak)ने पत्र के अंत में निवेदन किया है कि इस भीषण आपदा के अवसर पर आपसे अपेक्षा है कि विपक्ष के विधायकों को साथ लेकर प्रदेश की जनता को इस महामारी से बचाने की कार्य योजना बनाएं और अधिकारियों की अधिकांश ऊर्जा वीसी में न लगवाते हुए वास्तविक कार्यों में लगवाएं.आप करते रहिए प्रदेश में अपनी वी सी !
ग्वालियर में कोरोना ब्लास्ट, 985 पॉजिटिव मरीज आये सामने, 5 की मौत
शुक्रवार 16 अप्रैल को जो सरकारी मेडिकल रिपोर्ट आई उसमें 985 पॉजिटिव मरीजों की जानकारी दी गई वहीं 5 मरीजों की मौत हो गई.सरकारी रिपोर्ट में 985 पॉजिटिव मरीज सामने आये हैं वहीं इस रिपोर्ट में पांच लोगों की मौत की जानकारी भी है.31मार्च से ग्वालियर में कोरोना ने पकड़ी रफ़्तार और तेज होती जा रही है.पॉजिटिव मरीजों के आंकड़ों को मिलाकर जिले में पॉजिटिव मरीजों का कुल आंकड़ा 23,833 पहुँच गया है वहीं मरने वालों की संख्या 273 हो गई है.
ग्वालियर में कोरोना ब्लास्ट, 985 पॉजिटिव मरीज आये सामने, 5 की मौत
शुक्रवार 16 अप्रैल को जो सरकारी मेडिकल रिपोर्ट आई उसमें 985 पॉजिटिव मरीजों की जानकारी दी गई वहीं 5 मरीजों की मौत हो गई.सरकारी रिपोर्ट में 985 पॉजिटिव मरीज सामने आये हैं वहीं इस रिपोर्ट में पांच लोगों की मौत की जानकारी भी है.31मार्च से ग्वालियर में कोरोना ने पकड़ी रफ़्तार और तेज होती जा रही है.पॉजिटिव मरीजों के आंकड़ों को मिलाकर जिले में पॉजिटिव मरीजों का कुल आंकड़ा 23,833 पहुँच गया है वहीं मरने वालों की संख्या 273 हो गई है.