इलाहाबाद: किसान ने मौत के घाट उतारा अपना पूरा परिवार, फिर लगाई फांसी

संक्षेप:

  • धूमनगंज में दिल दहला देने वाली वारदात
  • किसान के परिवार के 5 लोगों की मौत
  • अलमारी और अटैची में छिपाया गया शव

इलाहाबाद: इलाहाबाद के धूमनगंज में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। दरअसल,  पीपलगांव में एक किसान पत्नी और तीन बेटियों को मौत के घाट उतारकर खुद फांसी पर लटक गया। पत्नी की लाश फ्रिज में, जबकि दो बेटियों के शव आलमारी और अटैची में मिले। एक बेटी की लाश फर्श पर पड़ी हुई थी। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गए है।

सूचना मिलते ही एसएसपी नितिन तिवारी के साथ आईजी और एडीजी मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड ने भी छानबीन की। फिलहाल सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल, हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। कहा जा रहा है कि पारिवारिक कलह की वजह से हत्या के बाद उसने ख़ुदकुशी की।

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जानकारी के मुताबिक, एक घर में किसान अपने परिवार के साथ रहता था। परिवार के सदस्य पांच बताए जा रहे है। कई दिनों से अंदर से कोई हलचल नहीं होने पर लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहु पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसी। एक शव फ्रिज में, दो आलमारी और एक फर्श पर पड़ी मिली। युवक का शव फंदे से लटक रहा था। शुरूआती जांच व मौके के हालात देखकर माना जा रहा है कि किसान ने ही पत्नी और तीन बेटियों की हत्या की। फिर फांसी पर लटक गया।

एसएसपी के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वजहों का खुलासा होगा। पड़ोसियों ने बताया कि मनोज कुशवाहा उर्फ़ भल्लू (35) इलाके का समृद्ध किसान था। घर में उसकी पत्नी सुनीता, पिता गुलाबचंद, भाई गोपाल और उसकी पत्नी साधना रहती थीं। मनोज की तीन बेटियां सृष्टि (8), शिवानी (6) व सोनू (3) थीं।

गुलाब ने बताया कि वह शाम करीब 5 बजे खेत से लौटा तो मनोज का कमरा बंद था। कमरे से टीवी चलने की आवाज आ रही थी। कई बार आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला। साधना ने बताया कि दोपहर से ही कमरा बंद है। तब गुलाब ने प्रधान रामानंद पाल को बुलाया और पुलिस को सूचना दी। रात में पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर सभी के शव बरामद किए।।

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