इलाहाबाद डीएम ऑफिस का नाम किया गया "प्रयागराज"

संक्षेप:

  • इलाहाबाद के जिला अधिकारी ऑफिस का बदला नाम
  • "जिला अधिकारी, प्रयागराज" का लगा बैनर
  • 16 अक्टूबर को किया गया था नाम का परिवर्तन

इलाहाबाद: हाल ही में यूपी की योगी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया था, जिसके बाद सरकारी ऑफिस में भी नाम बदलने काम भी शुरू हो गया है। इलाहाबाद के जिला अधिकारी ऑफिस का नाम भी बदल गया है. डीएम ऑफिस के बाहर अब "जिला अधिकारी, प्रयागराज" का बैनर लगा दिया गया है.

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट ने 16 अक्टूबर को आधिकारिक रूप से इलाहाबाद का नाम बदलने का फैसला किया था. इस प्रस्ताव की मंजूरी राज्यपाल राम नाइक के द्वारा भी मिल गई थी.

नाम बदलने की इस परंपरा पर विपक्ष की कई पार्टियों ने सवाल उठाए थे, कांग्रेस-सपा-बसपा ने इलाहाबाद का नाम बदलने का पुरजोर विरोध किया था. इसके अलावा सोशल मीडिया पर इस खबर ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं. सिर्फ देश ही नहीं बल्कि योगी सरकार के इस फैसले को दुनियाभर में कवरेज मिली थी. दुनिया के कई बड़े अखबारों ने इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरा था.

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गौरतलब है कि अगले साल होने वाले कुंभ से पहले इलाहाबाद चर्चा का केंद्र बना हुआ है. योगी सरकार कुंभ को लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी कर रही है, शहर में जीर्णोद्धार का काम युद्ध स्तर पर जारी है. योगी कैबिनेट ने हाल ही में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है.

दरअसल, पुराणों में इलाहाबाद का नाम प्रयागराज ही था. लेकिन अकबर के शासनकाल में इसे बदलकर इलाहाबाद कर दिया गया था. इतिहासकार बताते हैं कि अकबरनामा और आईने अकबरी व अन्य मुगलकालीन ऐतिहासिक पुस्तकों से ज्ञात होता है कि अकबर ने सन 1574 के आसपास प्रयागराज में किले की नींव रखी थी.

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