UP News: ग्रेजुएट होते ही युवाओं को इंडस्ट्री-रेडी बनाएगा आइआइआइटी! कब-कहां और कैसे? पढ़ें यहां

समय की सर्वोत्तम उपयोग पर जोर देने की सीख कार्यक्रम में विभिन्न उद्योगों में कार्यरत पूर्व छात्रों ने भी अपने विचार साझा किए।

पुरा छात्र शिवम ने छात्रों को समय के सर्वोत्तम उपयोग पर जोर दिया, जिससे वे उद्योग के लिए तैयार हो सकें।

दूरसंचार विभाग में इंजीनियर सतीश कुमार ने इको-स्टार्टअप संस्कृति पर प्रकाश डाला।

पुनीत आर सहारे स्वचालित समाधान पर चर्चा की। बिंदेश पांडे ने छात्रों को कोडिंग के साथ-साथ प्रबंधन कौशल में निपुण बनाने पर जोर दिया, ताकि वे उद्योग के लिए अधिक रोजगार योग्य बन सकें।इसके अलावा, अमरीक सिंह, मदन कुमार पर्नाती, मनु शर्मा, रोहित श्रीवास्तव, शकील अहमद, और शैलेन्द्र सक्सेना जैसे उद्योग विशेषज्ञों ने भी अपने विचार साझा किए। यह भी पढ़ें- उत्‍तराखंड के एक और गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध, केवल एक शर्त पर मिलेगी एंट्री अंत में विभिन्न उद्योग प्रतिनिधियों ने शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग पर अपने विचार रखे।

आइ-3 सिमुलेशन के सह-संस्थापक देवी कोल्ली ने हेल्थकेयर सेवाओं में एक्सटेंडेड रियलिटी सिमुलेशन के क्रांतिकारी परिवर्तन पर चर्चा की। स्टार्टअप संस्कृति विकसित करने पर जाेर प्रो. जीसी. नंदी ने संस्थान और उद्योग के बीच साझेदारी को भविष्य के सतत विकास के लिए संस्थान की प्रतिभाओं और संसाधनों का उपयोग करके इन-हाउस इंडस्ट्रीज बनाने का एक तरीका बताया।

चौथे वर्ष के बीटेक छात्रों के लिए स्टार्टअप संस्कृति विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रो. यूएस तिवारी ने एलएलएम, सूचना पुनर्प्राप्ति और डिजिटल लाइब्रेरी जैसे क्षेत्रों में मानक पेटेंटिंग पर चर्चा की आवश्यकता पर बल दिया।

प्रो. ओपी व्यास ने एमओयू के व्यावहारिक पहलुओं पर अपने अनुभव साझा किए, जबकि प्रो. माधवेंद्र मिश्रा ने एमओयू प्रक्रियाओं पर चर्चा की। ।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।

Read more Allahabad की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।