आजमगढ़: घाघरा नदी में एक बार फिर बाढ़ की संभावना हुई तेज, प्रशासन ने जारी किया रेड अलर्ट

संक्षेप:

  • घाघरा नदी में एक बार फिर बाढ़ की संभावना हुई तेज
  • तटीय गांवों के लोगों को सावधान रहने के मिले निर्देश
  • जिला प्रशासन ने जारी किया रेड अलर्ट 

आजमगढ़। घाघरा नदी में एक बार फिर बाढ़ की संभावना प्रबल हो गई है। क्योंकि बनबसा, शारदा और घाघरा बैराज से नौ लाख 37 हजार 887 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहो है। इसे लेकर एसडीएम की ओर से तटीय गांवों के लोगों को सावधान रहने को कहा है। वहीं इस संबंध में एडीएम वित्त एवं राजस्व द्वारा सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों का पत्र जारी किया गया है। 

भारी बरसात से उत्तराखंड में उत्पन्न हुई स्थिति व तेजी से नदी में हो रहे जलस्तर की वृद्धि को देखते हुए शारदा बैराज से घाघरा नदी में 160996 क्यूसेक, घाघरा बैराज से 229667 क्यूसेक और बनबसा बैराज से 547224 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। जिसके कारण देवारा क्षेत्र में बाढ़ आने की स्थिति प्रबल गई है। यह पानी जनपद की सीमा में 21 अक्तूबर की दोपहर 12 बजे के बाद पहुंचने की संभावना है। नदी में छोड़े गए पानी से पीलीभीत में नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। 

वहीं जिला प्रशासन ने विगत दो दिनों के अंदर सगड़ी तहसील के देवरांचल से होकर गुजरने वाली घाघरा नदी में तेजी से जल्द वृद्धि की संभावना को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। जिसमें नदी के किनारे रह रहे गांव के प्रधानों को सूचित किया जा रहा है व बाढ़ प्रभावित और नदी के किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहें। एसडीएम सगड़ी ने राजस्व कर्मियों व प्रधानों से अपील की है कि गांव के लोग नदी के किनारे ना जाएं। किसान अपने पशुओं को लेकर भी नदी के किनारे ना जाएं और नदी के किनारे रह रहे सावधान रहें। वहीं इस संबंध में एडीएम वित्त एवं राजस्व आजाद भगत सिंह ने सीएमओ, अधिशासी अभियंता बाढ़खंड, सीवीओ, एसडीएम सगड़ी, तहसीलदार सगड़ी के साथ रौनापार और महाराजगंज के थाना प्रभारियों को पत्र जारी कर सचेत किया है कि वह लोगों इसके प्रति सतर्क करते हुए खुद भी तैयार रहें। साथ ही उन्होंने बचाव व राहत कार्य के लिए बनाई गई बाढ़ चौकियों को तत्काल क्रियाशील करने का निर्देश दिया है।

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