UPPCL: महीने भर जलाई खूब बिजली फिर भी बिल आया इतना...,मीटर रीडिंग देखकर हैरान रह गए यूपी के इस शहर के लोग

शून्य रीडिंग के कारण विभागीय अधिकारियों का कहना है कि कई बार महीने की 25 तारीख के बाद जेनरेट होने वाले बिल प्रोविजनल बिल की श्रेणी में चले जाते हैं, इनमें बिजली यूनिट शून्य होती है।

आमतौर पर ऐसे बिल समय से रीडिंग न होने के कारण, मीटर में खराबी आदि कई कारण हो सकते हैं।

इन बिल को सुधारने के साथ ही विभाग के अधिकारियों को केस स्टडी के निर्देश हैं।

ताकि उपभोक्ता को दोबारा समस्या से न जूझना पड़े।

ऐसी स्थिति में उपभोक्ता रीडिंग का वीडियो बनाकर संबंधित क्षेत्र के एसडीओ, एक्सईन सें संपर्क करके बिल में सुधार करवा सकते हैं। ये भी पढ़ेंः UPPCL: यूपी के इस जिले के 40 हजार उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर, अब जल्द मिलेगी 24 घंटे पूरी बिजली केस, एक- पस्तौर सीबीगंज निवासी श्याम स्वरूप एक किलोवाट के घरेलू उपभोक्ता हैं।

इनका आरोप है कि बीते 13 को 192 यूनिट की रीडिंग के आधार पर 1399 रुपए का बिल भुगतान किया।

एक जून को शून्य यूनिट की रीडिंग का बिल आ गया। ये भी पढ़ेंः Haji Iqbal: कभी शहद और परचून की दुकान चलाता था अरबों का मालिक इकबाल, ईडी ने अब तक जब्त की 5,060 करोड़ रुपये की संपत्ति केस, दो− कैलाश इंदिरा नगर कॉलोनी निवासी कैलाश दो किलोवाट के घरेलू उपभोक्ता हैं।

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