हम अंग्रेजों के जमाने के हलवाई… मिठाई खाने के शौकीन हैं तो यहां आईए! रसमलाई और मिल्क केक के स्वाद पर नहीं होगा यकीन

इसके बाद दादा हरिशंकर मिश्रा ने दुकान को संचालित किया।

इसके बाद पिताजी रजनीकांत मिश्रा ने दुकान संचालित की और अब मयंक करीब 24 वर्षों से दुकान संभाल रहे हैं। मिलता है घर का स्वाद मयंक ने बताया कि उनके यहां का स्वाद एकदम घर में बने मिठाई के उत्पादों की तरह ही शुद्ध होता है।

लोगों को मिठाई इतना पसंद आती है कि दूर-दूर से लोग खाने के लिए आते हैं।

मिठाइयों को शुद्ध और ताजा ही बिक्री कर लेते हैं।  उन्होंने बताया कि खास सावधानी दूध से बने उत्पादों पर रखते हैं, क्योंकि दुग्ध उत्पाद जितना स्वादिष्ट होते हैं, उतना ही खराब होने का खतरा रहता है।

मलाई के लड्डू , दूध की बर्फी, मिल्क केक, रसमलाई, रबड़ी समेत सारी मिठाइयां बिना मिलावट के तैयार होने की वजह से मूल स्वाद में रहती हैं। यह भी पढ़ें: अब मैं जो चाहता हूं मोदी जी के मुंह से बुलवा सकता हूं; राहुल गांधी ने इस वायरल बयान दी प्रतिक्रिया यह भी पढ़ें: सीएम योगी और अखिलेश में सबसे ज्यादा पॉपुलर कौन? रेस में इस नंबर पर आते हैं राहुल गांधी ।

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