निगम चुनाव की तैयारी शुरु, मतपेटियों की सफाई और मरम्मत कर रहे ITI के छात्र

संक्षेप:

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में नगर निगम चुनाव की तैयारी तेज कर दी गई है। मतपत्रों के लिए निविदा बुलाने के बाद अब मतपेटियों के मरम्मत का काम भी शुरू कर दिया है। जिले के आईटीआई कोनी के छात्र इन मतपेटियों को ठीक कर रहे हैं। पेटियों में जंग लग गई है। मिट्टीतेल और हथौड़ियों से इन्हें ठीक किया जा रहा है। इन्हीं मतपेटियों में निगम के भावी नेताओं का भाग्य बंद होगा। अब कभी भी आचारसंहिता लागू की जा सकती है। प्रशासनिक अमला हर स्तर पर चुनाव की तैयारी में जुट गया है। एक तरफ जहां नोडल अधिकारियों की औपचारिक ड्यूटी लगाई जा चुकी है, वहीं जिम्मेदारियां भी तय की जा चुकी है।

चुनाव ड्यूटी में संलग्न किए गए अधिकारी

कुछ विभागों से अधिकारियों-कर्मचारियों को चुनाव कार्य में संलग्न कर लिया गया है। आचारसंहिता लागू होने के बाद चुनाव कार्यों को लेकर वृहद सूची जारी होगी। इसमें सैकड़ों कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। सीमा वृद्धि के बाद अब नगर निगम चुनाव में वार्डों की संख्या 66 से बढ़कर 70 हो चुकी है। इन 70 वार्डों में 497 मतदान केंद्र हैं और जिले में इनकी संख्या 657 है। नगर निगम बिलासपुर के अलावा आठ और निकाय हैं और प्रत्येक में 15-15 वार्ड हैं। 657 मतदान केंद्रों में चार-चार कर्मचारियों की मतदान कार्य में ड्यूटी लगाई जाएगी। इस तरह 2628 अधिकारी-कर्मचारी की ड्यूटी लगाया जाना तय माना जा रहा है।

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2014 में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ में 12 नवंबर को आदर्श आचार सहिता लागू हुई थी। आचार संहिता लागू होते ही राजनैतिक दलों के लगे बैनर-पोस्टरों को निकलवाया गया और साथ ही वाल पेंटिंग को भी मिटवाया गया। इस बार अब तक आचारसंहिता लागू नहीं हुई है। तब 4 व 8 दिसंबर को मतदान हुआ था। प्रशासनिक गलियारों में चल रही चर्चा के मुताबिक अब कभी भी आचारसंहिता लागू हो सकती है। पहले पट्टा वितरण के लिए 25 नवंबर के बाद आचारसंहिता लागू होने की चर्चा थी पर पट्टा वितरण पर हाईकोर्ट की रोक के बाद ऐसा नहीं है।

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