बस्तर की पहली आदिवासी लड़की जो बनीं IIT इंजीनियर, पिता जंगल में बीनते हैं लकड़ियां

संक्षेप:

  • सावित्री ने देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक जेईई एडवांस में 1135 वीं रैंक हासिल की है.
  • ऐसा करने वाली वह बस्तर की पहली आदिवासी छात्रा है.
  • वह आईआईटी इंजीनियर बनकर देश की सेवा करने चाहती है. 

जगदलपुर: कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो। दुष्यंत कुमार की इस कालजयी पंक्ति को सच कर दिखाया है, बस्तर के छोटे से गांव कुरंदी के आदिवासी किसान की बेटी सावित्री कश्यप ने। सावित्री ने देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक जेईई एडवांस में 1135 वीं रैंक हासिल की है। ऐसा करने वाली वह बस्तर की पहली आदिवासी छात्रा है। वह आईआईटी इंजीनियर बनकर देश की सेवा करने चाहती है। सावित्री की तरह अजय कुमार व कोण्डागांव के रहने वाले भजनलाल नेताम ने भी परीक्षा पास की है। अजय का रैंक 186 व भजनलाल का रैंक 914 है। तीनों प्रयास विद्यालय परचनपाल के छात्र हैं।

यह संवाददाता उनके घर पहुंचा तो रोजमर्रा की तरह यह परिवार अपनी दिनचर्या में व्यस्त था। सावित्री के पिता महादेव पैरावट से पैरा निकाल कर गाय-बैलों को चारा दे रहे थे। मां रामवती लकडिय़ां व वनोपज संग्रहण के लिए जंगल गई थी। उन्होंने बताया नतीजे तो एक दिन पहले आ गए थे, लेकिन गांव में संचार सुविधा नहीं होने से सावित्री को सोमवार को पता चला। वह स्कूल गई थी। महादेव ने बताया कि खेती-किसानी और वनोपज संग्रहण ही आजीविका का जरिया है। बावजूद वे अपने बेटे-बेटियों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं रखना चाहते। सावित्री जब भी घर पर होती है तो मां के साथ लकड़ी और वनोपज संग्रहण के लिए जंगल जाती है। वह खेतों में भी काम करती है। पूरा परिवार मिलकर काम करता है, तब जाकर परिवार की रोजी-रोटी चलती है।

अनपढ़ है मां, पिता तीसरी पास

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बेटियां जिंदगी का ककहरा मां से सीखती है पर सावित्री की मां रामवती ने कभी स्कूल की दहलीज नहीं लांघी। वह निरक्षर है। उसके पिता महादेव ने सिर्फ तीसरी कक्षा तक ही पढ़ाई की है। पर इस दंपत्ति ने शिक्षा के महत्व को बखूबी समझा और बेटे-बेटियों में फर्क किए बगैर सभी बच्चों की शिक्षा-दीक्षा में कोई कमी नहीं रखी। घर में सावित्री, राजमनी, रामेश्वरी, सुकलवती व पदमा पांच बहने व एक भाई सावन हैं। चारों बहनों ने बारहवीं तक की पढ़ाई की है। सुकलवती अभी डीएड की पढ़ाई कर रही है, जबकि पदमा आईटीआई कर रही है। भाई सावन दसवीं की परीक्षा देगा.

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