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Dehradun DM ने स्कूलों की दशा सुधारने की तरफ बढ़ाए कदम, आदेश दिया `कोई भी बच्चा स्कूल में जमीन पर बैठा न दिखे`
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- Monday | 23rd September, 2024
Read Also: झूठी शान के लिए नाबालिग बेटी की हत्या; दो भाई और मां के साथ मामा ने किया कत्ल, पुलिस ने साजिश का किया खुलासा 05वीं तक के बच्चों के लिए झूले, खेलकूद को बढ़ावा जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के साथ खेलकूद की गतिविधियों को भी बढ़ावा देने की जरूरत है।
स्कूलों में कम से कम एक आउटडोर स्पोर्ट्स सुविधा बनाने और खेल अवस्थापनाएं स्थापित की जानी चाहिए।
इस दिशा में वालीबाल और बास्केटबाल जैसे खेल बेहतर हो सकते हैं।
कक्षा 01 से 05 तक के बच्चों के लिए झूले, स्लाइड, खेल के विभिन्न साधन और कक्षा 06 से 12वीं तक के लिए खेल अवस्थापनाओं का विकास किया जाएगा।
इसके लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के दिए निर्देश दिए गए। समाचार पत्र, पत्रिका और महापुरुषों की जीवनी अनिवार्य जिलाधिकारी ने प्रत्येक स्कूल में समाचार पत्र, पत्रिका, शब्दकोष और महापुरुषों की जीवनी को भी अनिवार्य किया है।
स्कूलों के सौंदर्यीकरण तथा कक्षाओं में ज्ञानवर्धक, बच्चों हेतु आकर्षक पेंटिंग बनाने के भी निर्देश जारी किए। सुविधाओं की कसौटी पर देहरादून के विद्यालय लड़कों के शौचालय नहीं: 94 लड़कियों के शौचालय नहीं : 55 पेयजल सुविधा नहीं : 35 रैंप की सूचविध नही: 144 विद्युतीकरण नहीं : 60 पुस्तकालय नहीं: 217 खेल मैदान नहीं: 497 जिले में कुल स्कूल: 1267 जागरण उठता रहा है स्कूलों में सुविधाओं का मुद्दा स्कूलों में विभिन्न छात्र सुविधाओं को लेकर दैनिक जागरण प्रमुखता से खबरें प्रकाशित करता रहा है।
जिसमें बताया गया है कि स्कूलों की दशा में सुधार के लिए बजट की कमी नहीं है, लेकिन अधिकारियों के उपेक्षित रवैए के चलते राजधानी दून तक के स्कूल सुविधाओं की बाट जोह रहे हैं। ।
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