Uttarakhand Politics: लोकसभा के रण में अपने छोड़ रहे कांग्रेस का साथ, भरोसा डिगने से बढ़ गई पार्टी की चिंता

रविंद्र बड़थ्वाल, देहरादून।

लोकसभा के चुनावी महासमर की दुंदुभि बज चुकी है।

उत्तराखंड की रणभूमि में कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे के सामने डटे हैं।

ऐसे में जिन सूरमाओं पर कांग्रेस को भरोसा था कि चुनावी नैया के खेवनहार बनेंगे, वे बीच में ही हाथ झटक कर पार्टी को बाय-बाय कर रहे हैं।

नामांकन के बाद जब चुनाव में अधिक दिन शेष नहीं रह गए हैं, ऐसे समय में भी यह क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है।

नेताओं में मची इस भगदड़ से कांग्रेस का केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व, दोनों हतप्रभ हैं।

जनाधार बचाने के साथ ही जनता में पैठ रखने वाले नेताओं को पार्टी के साथ बनाए रखने का संकट गहरा गया है।

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