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Uttarakhand के इतिहास में पहली बार टूटे बिजली की डिमांड के रिकॉर्ड, रोजाना पड़ रहा करोड़ों रुपए का भार
- न्यूज़
- Saturday | 25th May, 2024
रोजाना करीब पांच से आठ मिलियन यूनिट बिजली बाजार से खरीदी जा रही है।
जिससे ऊर्जा निगम पर करीब आठ करोड़ रुपये तक का अतिरिक्त भार पड़ रहा है।
हालांकि, जल विद्युत परियोजनाओं से उत्पादन बढ़ने से कुछ राहत मिली है, लेकिन ऊर्जा निगम की निर्भरता बाहर से बिजली खरीद पर बढ़ी हुई है। बिजली खरीद को लेकर मारामारी उत्तर भारत के अन्य राज्यों में भी अब बिजली खरीद को लेकर मारामारी होने लगी है।
जिससे राष्ट्रीय बाजार में बिजली के दाम आसमान छूने लगे हैं।
पीक समय में मांग के सापेक्ष विद्युत उपलब्धता के लिए ऊर्जा निगम बाजार से महंगी बिजली खरीदकर उपभोक्ताओं को कम दरों पर उपलब्ध करा रहा है। उत्तर भारत में प्रचंड गर्मी पड़ने से बढ़ती बिजली की डिमांड सभी राज्यों के लिए चुनौती बनी हुई है।
उत्तराखंड में भी आपूर्ति सुचारु रखने के लिए ऊर्जा निगम राष्ट्रीय बाजार से महंगी बिजली खरीद को मजबूर है।
पीक आवर्स में 10 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीदनी पड़ रही है।
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