Water Crisis in Uttarakhand: सूखने की कगार पर 47 जलस्रोत, 75 प्रतिशत से अधिक घटा जलस्तर

मुख्यत जलस्रोत और भू-जल के माध्यम से पानी की सप्लाई उत्तराखंड में उपभोक्ताओं को मुख्यत जलस्रोत और भू-जल के माध्यम से पानी की सप्लाई होती है।

पहाड़ी जिलों में जल संस्थान जलस्रोतों के माध्यम से पानी खींचकर आसपास के उपभोक्ताओं को सप्लाई देता है।

वर्तमान में 477 जलस्रोतों के माध्यम से 4,75,211 उपभोक्ताओं को पेयजल आपूर्ति की जा रही है।

लेकिन इस साल भीषण गर्मी पड़ने और ठंड के मौसम में बारिश न होने के कारण उत्तराखंड के जलस्रोत सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं। हाल ही में जल संस्थान ने सभी जलस्रोतों का सर्वे कराकर उनके प्रवाह को मापा है।

ऐसे में योजना निर्माण (पांच साल पहले से अधिक) के समय और वर्तमान में सभी जलस्रोतों में 50 प्रतिशत से अधिक पानी कम हुआ है।

जलस्रोतों में पानी कम होने से जल संस्थान की भी चिंता बढ़ गई है।

हालांकि, जल संस्थान ने सर्वे रिपोर्ट सारा (स्टेट एडाप्शन रिर्सोस एजेंसी) को सौंपी है।

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