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आइआरटीई फरीदाबाद को सौंपा गया देहरादून-कर्णप्रयाग मार्ग के सर्वे का जिम्मा, रिपोर्ट के आधार पर तय होगी वाहनों की गति सीमा
- न्यूज़
- Monday | 5th August, 2024
यह भी पढ़ें- Haridwar News : नहर की पटरी पर अतिक्रमण के चलते ट्रक पलटा, दो भैंसों की मौत- मची भगदड़ कहा गया कि वाहनों की गति सीमा निर्धारण किसी एक फैक्टर पर कार्य न करके कई फैक्टर का सम्मिलित परिणाम होता है।
इसमें वैज्ञानिक आधार के साथ ही मानवीय दृष्टिकोण, सड़क की दशा, स्थानीय निवासियों द्वारा स्वीकार्यता व मनोविज्ञान का भी योगदान होता है।
वाहनों की गति सीमा 25 किमी निर्धारित इस अवसर पर कहा गया कि कुछ स्थान ऐसे भी हैं, जहां मार्ग की दशा कुछ भी हो, लेकिन केंद्र सरकार ने वाहनों की गति सीमा 25 किमी निर्धारित की है।
पर्वतीय क्षेत्र में प्रत्येक मोड़ के लिए अनिवार्य गति सीमा निर्धारण के स्थान पर एडवाइजरी गति सीमा निर्धारित करने का भी सुझाव दिया गया।
संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने आशा व्यक्त की कि यह कार्यक्रम अधिकारियों के प्रश्नों व उनकी जिज्ञासा का उत्तर देने में सहायक होगी।
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