खुद को IAS बताकर Dehradun के दंपती से लाखों की धोखाधड़ी, भरोसा जीत कर अपराध को दिया अंजाम

आरोप है कि हिमांशु भी शिकायतकर्ता को भविष्य में उनके किसी बड़े काम में आने का झांसा देता रहा।

इसके साथ ही आरोपित ने शिकायतकर्ता को फूड कार्पोरेशन आफ इंडिया का फर्जी लाइसेंस भी दिया।

यही नहीं, शिकायतकर्ता की पत्नी को भी आरोपित ने भारतीय मानक ब्यूरो का फर्जी नियुक्ति पत्र दिया।

इस बीच आरोपित धीरे-धीरे उनसे उधार के रूप में रकम लेता रहा। हिमांशु ने गाजियाबाद में घर के निर्माण के नाम पर शिकायतकर्ता से 6.65 लाख रुपये, उनकी पत्नी से 3.26 लाख रुपये अपने खाते में और पांच लाख रुपये नकद ले लिए।

लंबा समय बीतने के बाद जब हिमांशु ने रकम नहीं लौटाई तो दंपती को संदेह हुआ।

हिमांशु को जब लगा कि उसका भेद खुलने वाला है तो वह घर से उनकी पत्नी के करीब सात लाख रुपये के गहने, 1.26 लाख रुपये का मोबाइल और अन्य सामान लेकर फरार हो गया। आरोप है कि शिकायतकर्ता ने जब हिमांशु जुयाल को फोन कर अपने पैसे और गहने वापस मांगे तो उसने उनकी पत्नी की कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें भेजकर परिवार को बर्बाद करने की धमकी दी।

पीड़ित ने जब मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी से ई-मेल के माध्यम से संपर्क कर हिमांशु जुयाल के बारे में जानकारी मांगी तो पता चला कि यह आइएएस अधिकारी नहीं है। ।

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