माँ स्कन्दमाता की पूजा- अर्चना

संक्षेप:

प्राचीन ऐतिहासिक झंडेवाला देवी मंदिर मे आज नवरात्र मेले के पांचवे दिन माँ के पांचवे स्वरूप माँ “स्कन्दमाता’’ का श्रृंगार व पूजा-अर्चना पूर्ण विधि विधान के साथ की गई l यह भगवान् स्कन्द “कुमार कार्तिकिये” नाम से भी जानी जाती हैं l चतुर्भुजी माँ “स्कन्दमाता” का वाहन मयूर हैं l इसलिए इन्हें “मयूरवाहन” के नाम से भी जाना जाता हैं l माँ स्कन्दमाता की उपासना से भक्तों की समस्त इच्छाएँ पूर्ण हो जाती हैं l

प्राचीन ऐतिहासिक झंडेवाला देवी मंदिर मे आज नवरात्र मेले के पांचवे दिन माँ के पांचवे स्वरूप माँ “स्कन्दमाता’’ का श्रृंगार व पूजा-अर्चना पूर्ण विधि विधान के साथ की गई l यह भगवान् स्कन्द “कुमार कार्तिकिये” नाम से भी जानी जाती हैं l चतुर्भुजी माँ “स्कन्दमाता” का वाहन मयूर हैं l इसलिए इन्हें “मयूरवाहन” के नाम से भी जाना जाता हैं l माँ स्कन्दमाता की उपासना से भक्तों की समस्त इच्छाएँ पूर्ण हो जाती हैं l

 

भक्तों की मनोकामना पूरी करने वाले झंडेवाला देवी मंदिर में माँ का आशीर्वाद पाने के लिए भक्तों में उत्साह देखते ही बनता हैं l मंदिर के सेवादार आने वाले भक्तों को माँ के दर्शन सुचारु रूप से हो सके इसके लिये सदैव तत्पर रहते हैं और भक्तों का मार्ग दर्शन करते हैं l देश में  वर्तमान हालात को देखते हुए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये हैं l उचित सामाजिक दूरी बनायें रखने के कड़े प्रबंध किये गये है l

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माँ झंडेवाली के प्रति आस्था एंवम् यहाँ की सुचारु व्यवस्था की ख्याति के कारण दूर—दूर से भक्त माँ के दर्शनों के लिये आते हैं l मंदिर न्यास व प्रबंधन कमेटी सदैव आने वाले दर्शनथियों की सुविधा और संतुष्टि के लिये प्रयत्नशील रहती हैं l इस मंदिर को भारत के सर्वश्रेष्ठ मंदिरो मे गिना जाता हैं और यहाँ की व्यवस्था की भूरि–भूरि प्रशंसा की जाती हैं l

 

प्रात: 4:00 बजे से रात्रि 12 बजे तक सारे कार्यकर्मों का सीधा प्रसारण झंडेवाला देवी मंदिर यूट्यूब चैनल पर किया गया l

 

कल नवरात्र के छठे दिन माँ के छठे स्वरूप माँ कात्यायनी देवी जी की पूजा – अर्चना की जायेगी

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