गाजियाबादः भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड के साथ तीन बांग्लादेशी गिरफ्तार

संक्षेप:

  • लोकल पते पर पासपोर्ट, आधार बनवाकर रह रहे तीन बांग्लादेशी
  • पांच हजार रुपये में बन जाते थे गाजियाबाद के निवासी
  • 17 साल से रह रहे थे गाजियाबाद में

गाजियाबादः बांग्लादेश के तीन नागरिकों को पुलिस ने कविनगर से गिरफ्तार किया हैं। इन बांग्लादेशी नागरिकों पर आरोप हैं की ये लोकल पते पर पासपोर्ट और आधार कार्ड बनावाकर 17 साल से गाजियाबाद में रह रहे थे। इनमें से एक बंग्लादेशी ने इसी फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर चिपियाना, गौतमबुद्धनगर में मकान भी खरीद लिया था।

पुलिस ने इनके पास से एक भारतीय पासपोर्ट, तीन आधार कार्ड, पैनकार्ड, भारतीय मतदाता पहचान पत्र, बांग्लादेशी जन्म प्रमाण पत्र और तीन मोबाइल बरामद किए हैं। कविनगर एसएचओ प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने बताया कि पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद आलम शेख (29), नजरूल इस्लाम उर्फ हजारे (50) और इमाम हुसैन (35) हैं।

आलम शेख बंगाल के चौधराहत, ओआरवाली का रहने वाला है और फिलहाल आम्रपाली विलेज इंदिरापुरम में रह रहा था। नजरूल ढाका का और इमाम जिया नगर, पैरोसपुर बांग्लादेश का रहने वाला है। फिलहाल दोनों चिपियाना, बिसरख गौतमबुद्धनगर में रह रहे थे। तीनों बांग्लादेशी नागरिकों को चेकिंग के दौरान सोमवार शाम आरटीओ कार्यालय के पास पकड़ा गया है। पुलिस के मुताबिक, नजरूल के पास से कोर्ट के दो अलग-अलग आदेश के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।

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एसएचओ ने बताया कि नजरूल इस्लाम 2010 में बिजनौर में पड़ी डकैती और करनाल में हुई चोरी के एक आरोपी नूरुल इस्लाम और बिजनौर डकैती के दूसरे आरोपी हिलाल की भी पैरवी कर रहा है। दोनों को कोर्ट से साढ़े सात साल और 10 साल की सजा हो चुकी है।

नजरूल ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह पांच हजार रुपये में किसी भी बांग्लादेश के नागरिक को गाजियाबाद के पहचान पत्र उपलब्ध करा देता था। अपने चिपियाना स्थित मकान के पते पर वह आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज बनवाकर दे देता था। इससे उन्हें गाजियाबाद समेत देश के अन्य किसी भी क्षेत्र में रहने में दिक्कत नहीं होती थी।

पुलिस की मानें तो नजरूल चार साल पहले बांग्लादेश से भारत आए अब्दुल कादिर और सुम्मी नाम की महिला को पहचान पत्र बनवाकर दे चुका है। इसके अलावा 50-60 अन्य लोगों के दस्तावेज भी वह बनवा चुका है। पुलिस इसकी जांच कर रही है कि उन्होंने किस-किस व्यक्ति को पहचान पत्र बनवाकर दिए थे।

 

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