Bird Flu in UP Zoo: भोपाल से नहीं आई रिपोर्ट, दोबारा भेजे गए 35 जानवरों का सैंपल

चिड़ियाघर में डेढ़ माह के अंदर पांच जानवरों की मौत हो चुकी है।

30 मार्च को पीलीभीत से रेस्क्यू कर लाए गए बाघ केसरी की मौत सबसे पहले हुई थी।

इसके बाद पांच मई को मादा भेड़िया भैरवी, सात को बाघिन शक्ति और आठ मई को तेंदुआ मोना की मौत हुई थी।

23 मई को एक काकाटील की मौत भी हो गई थी।बत्तखों से फैला संक्रमण चिड़ियाघर और शहर के अन्य हिस्सों में बर्ड फ्लू संक्रमण बत्तखों से फैला है।

बत्तख से यह संक्रमण कौओं में फैला, जिसके बाद कौओं ने इसे चिड़ियाघर और मीट की दुकानों तक पहुंचा दिया।

पिछले दिनों संक्रमण की जांच के लिए चिड़ियाघर में आई केंद्रीय टीम की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया है।चिड़ियाघर के वेटलैंड और रामगढ़ताल में सर्द मौसम में बड़ी संख्या में हर साल प्रवासी पक्षी आते हैं।

इसमें लेसर विसलिंग डक, कॉमन कूट समेत बत्तखाें की कई प्रजातियां शामिल हैं।

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