Drug Smuggling: भारत-नेपाल सीमा पर नशीली दवाओं की हो रही तस्करी, गोरखपुर के इस बाजार से जुड़े हैं तार

रविवार को महराजगंज जिले के बरदगवा थाना क्षेत्र के चकरार मार्ग पर कार से 2000 एंपुल नशीले इंक्जेशन के साथ पकड़े गए सन्नी जायसवाल की पुलिस को लंबे समय से तलाश थी।

पीपीगंज नगर पंचायत के वार्ड नंबर- तीन आजादनगर निवासी सन्नी इस पूरे खेल का मास्टर मांडड है। इसे भी पढ़ें-गोरखपुर में शार्ट सर्किट से लगी आग में घिरा परिवार, दो की मौत, नौ झुलसे वह गोरखपुर से नशीली दवाओं को कार से सीमा तक पहुंचाता था।

बाद में यही दवाएं सीमावर्ती क्षेत्र की दुकानों से लेकर नेपाल तक भेजी जाती थीं।

इस कार्य में ठूठीबारी क्षेत्र के सड़कहवा निवासी इरशाद का भी वह सहयोग लेता था।

सन्नी जायसवाल के पकड़े जाने के बाद गोरखपुर के बड़े दवा कारोबारी भी पुलिस की रडार पर हैं। जरूरतमंदों को नहीं, नशेड़ियों को आसानी से मिल रहीं नशीली दवाएं भालोटिया मार्केट में इस घटना को लेकर पूरे दिन चर्चा होती रही।

व्यापारियों की परेशानी यह थी कि तस्करी कुछ लोग करते हैं और जांच सबकी होती है।

पिछले माह ही बिहार के पटना में भी गोरखपुर का माल पकड़ा गया था।

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