Flood In Gorakhpur: गोरखपुर में टापू बने यह गांव, राप्ती नदी ने पार किया खतरे का निशान, प्रशासन अलर्ट

यही हाल रहा तो दो से तीन दिन में ब्लाक के कुछ और गांव मैरूंड हो सकते हैं।

बोक्टा बरवार बांध पर बरहुआं गांव के सामने जारी कटान फिलहाल रुकता नहीं दिख रहा है।

इस बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम न जाने पर लोगों में नाराजगी है। इसे भी पढ़ें-रील बनाने के चक्कर में चली गई तीन किशोरों की जान, एक ने कैंसर को दी थी मात लेकिन रफ्तार बन गया काल करमैनीघाट संवाददाता के अनुसार कैंपियरगंज क्षेत्र के बहबोलिया-रिगौली और खजूरगांवा -मिरिहिरिया के बीच के सिवान में लगभग पचास एकड़ धान की फसल जलमग्न हो गई है।

मिरिहिरिया के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि भवानी शंकर पांडेय, डोरा सिंह, प्रमोद पांडेय ने बताया कि मिरिहिरिया और बहबोलिया गांव के पास बंधे के पुलिया से पानी का रिसाव हो रहा है। रिगौली ग्राम प्रधान जोगिंदर निषाद, वीरेंद्र निषाद आदि ने बताया कि भरवलिया बंधे के पुलिया के रास्ते पानी आने से भरवलिया-भैसला सिवान की फसल डूबने का खतरा बना हुआ है। कुसमौल संवाददाता के अनुसार राप्ती व आमी नदी का पानी कुसमौल-बांसगांव सड़क के दोनों तरफ फैल गया है।

कुसमौल, भुसवल, जूड़ापुर, डेफरा, रेहरा, महाडीह, हाटा, चंदौली, विश्रामपुर आदि गांवों में आवागमन प्रभावित हो रहा है।

बाढ़ के पानी से ताल नगरी, ताल ढेलहरा, अमियार, कुसमौल व बांसगांव में धान, मक्का व सब्जी की खेती डूब गई है। नाव पर बैठकर हुआ परछावन बड़हलगंज विकास खंड के कछारांचल में सरयू व राप्ती नदियों की बढ़त जारी है।

ज्ञानकोल गांव में नाव लगा दी गई है।

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