Gorakhpur News: महंत दिग्विजयनाथ व अवेद्यनाथ के पुण्यतिथि समारोह में आएंगे संत-महंत, सात दिन चलेगा कार्यक्रम

अंतिम दो दिन होंगे श्रद्धांजलि सभा के नाम समारोह के अंतिम दो दिन श्रद्धांजलि सभा के नाम होंगे।

20 सितंबर को ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा आयोजित होगी।

21 सितंबर को ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

संगोष्ठी और श्रद्धांजलि सभा की शुरुआत का समय सुबह 10:00 निर्धारित किया गया है।

व्याख्यान और कथा दोनों का आयोजन स्थल मंदिर का महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में होगा। डा. रामकमल दास वेदांती सुनाएंगे श्रीमद्भावगत कथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 14 सितंबर को शाम तीन बजे श्रीमद्भावगत महापुराण कथा ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ व्यासपीठ पर श्रीमद्भावगत महापुराण और उसके समक्ष अखंड ज्योति की प्रतिष्ठा के साथ होगा।

20 सितंबर तक चलने वाली संगीतमय कथा शाम तीन से छह बजे के बीच आयोजित होगी।

कथा सुनाने के लिए व्यासपीठ पर वाराणसी के संत डा. रामकमल दास वेदांती विराजमान होंगे। इसे भी पढ़ें- जवानों को खराब खाना परोसना पड़ा भारी, कैटरिंग फर्म पर 25 हजार का जुर्माना; IRCTC ने किया ब्लैकलिस्ट तिथिवार विषय, अतिथि व वक्ता 15 सितंबर : लोकतंत्र की जननी भारत : मुख्य अतिथि - हरिवंश नारायण सिंह, मुख्य वक्ता प्रो. सनानंद गुप्त 16 सितंबर : विश्व की तीसरी बड़ी शक्ति बनने की ओर भारत : मुख्य वक्ता- प्रो. अमरेश दुबे व विशिष्ट वक्ता- प्रो. हर्ष सिन्हा 17 सितंबर : सामाजिक समरसता : महायोगी गोरखनाथ व नाथ पंथ के संदर्भ में : मुख्य वक्ता प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा व विशिष्ट वक्ता डा. पद्मजा सिंह 18 सितंबर : संस्कृत और भारतीय संस्कृति : संत-महंत 19 सितंबर : भारतीय संस्कृति और गोसेवा : संत-महंत 20 सितंबर : ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा 21 सितंबर : ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा ।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।

अन्य गोरखपुर की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।