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UP Lok Sabha Election: गोरखपुर में सात साल बाद जोश में आए समाजवादी, इस वजह से ऊंचा हुआ मनोबल
- न्यूज़
 - Friday | 7th June, 2024
 
										
																			
									मतदाताओं से मिले इस प्यार ने सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भर दी है।
सपा अब इस जोश का उपयोग 2027 में इतिहास रचने के लिए करना चाहती है।
चर्चा है कि पार्टी नेतृत्व की तरफ से जिलाध्यक्ष समेत सभी वरिष्ठ नेताओं को कार्यकर्ताओं के बीच जोश और सक्रियता को बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसे भी पढ़ें-लोकसभा चुनाव में मजबूती से उभरी कांग्रेस, सीएम योगी के गढ़ में भाजपा को दी कड़ी टक्कर, देखें आंकड़े बांसगांव लोकसभा में कांटे की टक्कर के बाद तीन बार सांसद रह चुके भाजपा उम्मीदवार कमलेश को चौथी बार महज 3150 मतों के अंतर से जीत मिली है तो गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवार रवि किशन के जीत का अंतर तीन लाख से घटकर करीब एक लाख हो गया है। बांसगांव में तो हारने के बाद भी गठबंधन से कांग्रेस उम्मीदवार सदल प्रसाद को पांच में से तीन विधानसभाओं में जीत मिली है।
सिर्फ चौरीचौरा और रुद्रपुर ने कमलेश के जीत की नैया पार लगाई। इसे भी पढ़ें- गोरखपुर में विवादित पोस्टर लगाकर दी गई बधाई, सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम का कहना है कि भले ही गोरखपुर की दोनों सीटों पर हमें जीत नहीं मिली, लेकिन हमारा प्रदर्शन काफी सुधरा है।
सबसे बड़ी उपलब्धि तो यह कि प्रदेश की आधे से अधिक सीटों पर जनता ने गठबंधन पर अपना भरोसा जताते हुए नेतृत्व सौंपा है। जनता के इस विश्वास पर हम खरे उतरने के लिए हर संघर्ष करने को तैयार हैं।
ब्रजेश कहते हैं कि गठबंधन के प्रमुख मुद्दों आरक्षण, पिछड़ों, दलितों अल्पसंख्यकों के हकों की सुरक्षा और संविधान की रक्षा समेत किसी भी तरह की समस्या को लेकर जनता परेशान होगी तो पार्टी के नेता, कार्यकर्ता उन्हें न्याय दिलाने के लिए सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे। ।
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