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UP News: बांग्लादेश सीमा के निकट गणित की गुत्थी में उलझे मिले गोरखपुर के अमित, तीन साल से थे लापता
- न्यूज़
- Wednesday | 14th August, 2024
अंग्रेजी में भाषण सुन जगजाहिर हुई थी मेधा गांव और गरीबी में पले अमित की मेधा पहली बार तब जगजाहिर हुई जब गांव के स्कूल में हुए कार्यक्रम में उन्होंने अंग्रेजी में भाषण दिया।
अमित को अंग्रेजी में बोलता सुन गांव वालों ने उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित किया।
पिता से कहा-रुपया चाहे जितना लगे आप इसे पढ़ाइए, मदद हम लोग करेंगे।
लेकिन, नियती को तो कुछ और मंजूर था। पिता को देखकर पैरों में गिर पड़े अमित गामा ने बताया कि नौ अगस्त को हमारे पास बंगाल पुलिस का फोन आया।
बताया कि आपका बेटा मिला है।
पिता गामा प्रसाद, भाई सूर्यभान, रिश्तेदार सोनू निषाद समेत आठ लोग निजी कार से पेट्रापोल रवाना हो गए। वहां पुलिस चौकी में मौजूद अमित पिता गामा को देखते ही उनके पैरों में गिर पड़े।
पिता को पहचान कर आशीर्वाद लिया और हैम रेडियो क्लब के सदस्यों और पुलिस को धन्यवाद बोलकर गोरखपुर लौट आए। खुशी है कि अमित अपने घर पहुंच गए अम्बरीश बंगाल हैम रेडियो क्लब के सचिव अम्बरीश नाग बिश्वास ने मोबाइल पर हुई बातचीत में बताया कि किसी भी आपदा या सामान्य स्थिति में घर से बिछड़े लोगों को मिलाने का प्रयास हम लोग करते रहते हैं।
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