गंगा में उफान से खादर के मुख्य मार्ग हुए जलमग्न गढ़मुक्तेश्वर

पहाड़ों की बारिश और बिजनौर बैराज से पानी छोड़े जाने से गंगा में उफान बढ़ने पर अलर्ट का निशान तेजी से करीब आ रहा है।

गंगा के रौद्र रूप से खादर में बेचैनी बढ़ने पर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया।

हजारों बीघा निचले जंगल में पानी भरने से फसलों में बर्बादी हो रही।गंगा में आए उफान ने गढ़ खादर क्षेत्र के 15 से भी अधिक गांवों के हजारों बीघा निचले जंगल समेत आवागमन से जुड़े संपर्क रास्तों को अपनी चपेट में ले लिया है।

चार दिनों से जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा, जिसके चलते गंगा में उफान बढ़ने से खादर क्षेत्र में खलबली मचने के साथ ही तहसील प्रशासन ने भी सतर्कता बढ़ा दी है।

केंद्रीय जल आयोग के सूत्रों का कहना है कि मंगलवार की देर शाम तक ब्रजघाट गंगा का जलस्तर बढ़कर समुद्रतल से 198.60 मीटर के निशान तक पहुंच चुका है, जो तेजी के साथ 198.73 मीटर वाले यैलो अलर्ट के निशान की तरफ कदम बढ़ा रहा है।

इसके कारण क्षेत्र के गांव गड़ावली, लठीरा, नयाबांस, आरकपुर, बख्तावरपुर, रामपुर न्यामतपुर, काकाठेर मंढैया, कुदैनी वाली मंढैया, रामसिंह मंढैया समेत 15 से भी अधिक गांवों के हजारों एकड़ निचले जंगल समेत उसमें खड़ीं फसलें बर्बाद हो गई है।

जंगल से लेकर संपर्क रास्तों पर करीब चार फुट पानी भर गया है।

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