हरिद्वार में किया गया अनंत कुमार की अस्थियों को विसर्जित, सीएम रावत रहें मौजूद

संक्षेप:

  • ब्रह्मकुंड में विसर्जित की गईं केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार की अस्थियां
  • सीएम रावत सहित कई मंत्री रहें मौजूद
  • 12 नवंबर की सुबह हुआ था निधन

हरिद्वार: केंद्रीय मंत्री दिवंगत अनंत कुमार का अस्थि कलश आज हरिद्वार पहुंचा. अनंत कुमार का अस्थि कलश उनके करीबी लेकर पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, रानीपुर विधायक आदेश चौहान मौजूद रहे. सभी मंत्रियों ने मिलकर पूरे विधि-विधान से अनंत कुमार की अस्थियों को हरकी पैड़ी के ब्रह्म कुंड में विसर्जित किया.

दरअसल, बीते 12 नवंबर की सुबह केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने 59 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. वो फेफड़े में कैंसर की समस्या से जूझ रहे थे. अनंत कुमार युवावस्था में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा से प्रभावित थे इसलिए वो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य बने.

आपको बता दें कि आपातकाल के दौरान उन्हें और अन्य छात्र एक्टिविस्ट को इंदिरा गांधी सरकार ने MISA लगाकर सलाखों के पीछे डाल दिया था. शुरू में वो ABVP कर्नाटक प्रदेश स्तर पर सेक्रेटरी रहे और 1985 तक आते-आते विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय स्तर पर मंत्री  बने.

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बीजेपी युवा मोर्चे से उन्होंने पार्टी स्तर पर जगह बनाई. बहुत कम उम्र में उन्होंने केंद्रीय मंत्री का पदभार संभाला. अनंत कुमार 1996 में वे पहली बार लोकसभा पहुंचे थे. 1998 के लोकसभा चुनाव के समय वो ऐसे पहले राजनेता थे जिनकी खुद की वेबसाइट थी www.ananth.org.

अनंत कुमार 1996 से 2014 के बीच बेंगलुरु दक्षिण सीट से छह बार लोकसभा सदस्य चुने गए थे. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वे सबसे युवा मंत्री थे. अनंत कुमार वाजपेयी सरकार में मार्च 1998 से अक्टूबर 1999 तक नागरिक उड्डयन मंत्री रहे. मोदी सरकार में कुमार के पास दो मंत्रालय की जिम्मेदारी थी.

वो 2014 से रसायन एवं उर्वरक मंत्री थे. इसके अलावा उन्हें जुलाई 2016 में संसदीय मामलों की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी. उनका जन्म 22 जुलाई 1959 को बेंगलुरु में हुआ था. उन्होंने केएस ऑर्ट कॉलेज हुबली से बीए किया था. इसके बाद जेएसएस लॉ कॉलेज से एलएलबी की थी. उनके परिवार में पत्नी तेजस्विनी, दो बेटियां ऐश्वर्या और विजेता हैं.

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