सौ प्रतिशत सहमति ना होने के बावजूद होगा राम मंदिर का निर्माण: मोहन भागवत

संक्षेप:

  • मोहन भागवत पहुंचे हरिद्वार
  • बोले- राम मंदिर का निर्माण हिंदू अस्मिता का सवाल
  • बाबा रामदेव बोले- देश में धर्म को लेकर संकट

हरिद्वार: आरएसएस के अध्यक्ष मोहन भागवत ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हिंदू अस्मिता का सवाल है और यह अवश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंदिर मुद्दे पर सौ प्रतिशत एक सहमति ना हो बावजूद इसके मंदिर का निर्माण अवश्य होकर रहेगा। 

इस दौरान योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि इस वक्त देश में धर्म को लेकर संकट है। क्योंकि वजीर और अमीर दोनों ही साधु संतों का सम्मान नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा साधु और महात्मा दोनों ही का स्थान इन से ऊपर है और देश में इनको सम्मान अवश्य मिलना चाहिए।

योग गुरु बाबा रामदेव और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत पतंजलि योगपीठ फेस टू में आयोजित साधु स्वाध्याय संगम कार्यक्रम में अपने विचार रख रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन आरएसएस के धर्म जागरण विभाग ने कराया है। संघ प्रमुख मोहन भागवत इस कार्यक्रम में भाग लेने आज सुबह ही हरिद्वार पहुंचे हैं। कार्यक्रम में देश के विभिन्न इलाकों से आए साधु संत और महात्मा बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं. इस अवसर पर योग गुरु बाबा रामदेव सहित 34 प्रांत से आए साधु संत मौजूद हैं.

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इससे पहले हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का जोरदार स्वागत किया गया. जानकारी के मुताबिक, संघ प्रमुख शाम करीब 6 बजे वापस रवाना होंगे.

आपको बता दें, जून माह में  राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत हरिद्वार पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कनखल स्थित हरिहर आश्रम में संतों के साथ मुलाकात की थी. यहां एक बात और गौर करने वाली है कि 27 सितंबर को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हरिद्वार पहुंच थे. इस दौरान उन्होंने स्वामी रामदेव के पतंजलि योगपीठ में आचार्यकुलम के एक भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. इस मौके पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल `निशंक` और भाजपा के अन्य नेता मौजूद रहे.

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