उत्तराखंड के रहने वाले 2 जवान जम्मू-कश्मीर में हुए शहीद

संक्षेप:

  • उत्तराखंड के 2 और जवान शहीद
  • आतंकियों से मुठभेड़ में हुए शहीद
  • दो आतंकी भी ढेर

उत्तराखंड के लिए एक और बुरी खबर है। दरअसल जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में आतंकियों ने मंगलवार तड़के घुसपैठ की कोशिश किया। इस दौरान हुई मुठभेड़ में सेना के एक मेजर और तीन जवान शहीद हो गए। जवानों में उत्तराखंड के दो जवान शामिल हैं। एक ऋषिकेश का रहने वाला है जबकि दूसरा जवान कोटद्वार का है।

घटना मंगलवार सुबह की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने कश्मीर के गुरेज में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान सेना की ओर से जब उन्हें रोकने की प्रयास किया गया तो आतंकियों ने फायरिंग कर दी। दोनों मुठभेड़ में दो आंतकी मौके पर ही ढ़ेर हो गए।

इस घटना में मेजर समेत तीन जवान भी शहीद हो गए। इसमें 36 आरआर के मेजर केपी राणे, जवान हमीर सिंह, विक्रमजीत और मंदीप सिंह रावत शहीद हुए हैं। हमीर सिंह और मंदीप सिंह रावत उत्तराखंड के ऋषिकेश और कोटद्वार के रहने वाले हैं।

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हमीर के पिता को उनके शहीद होने की जानकारी सेना की ओर से दी गई। हमीर के पिता जयेंद्र सिंह पोखरियाल भी सेना में ही हैं, जो इस वक्त जम्मू में तैनात हैं। घटना की जानकारी मिलते ही शहीद के घर में मातम छाया गया। हमीर के शहीद होने की जानकारी मिलते ही उनकी पत्नी सदमे है। हमीर की एक बच्ची है। हमीर की शादी दो साल पहले हुई थी।

हमीर मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के लम्बगांव के रहने वाले हैं। 2010 से उनका परिवार ऋषिकेश के कुंजापुरी कॉलोनी में रह रहा है। शहीद के पिता जयेंद्र सिंह पोखरियाल और उनके चाचा सूचना मिलते ही घर के लिए रवाना हो गए। पिता और चाचा दोनों ही सेना में तैनात हैं। हमीर दो महीने पहले ही बहन की शादी में छुट्टी पर घर आए थे।

दूसरा जवान मंदीप सिंह रावत है जो पौढ़ी जिले के कोटद्वार का रहने वाल है। मंदीप का परिवार कोटद्वार के जौनपुर में रहता है। मंदीप 2012 में सेना में भर्ती हुए थे, जो अप्रैल में छुट्टी के बाद ही अपनी डयूटी पर वापस लौटे थे। मंदीप 28 साल के थे।

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