जानिए क्यों कि जाती हैं सोमवार को शिव की पूजा
- Shailendra
- Sunday | 20th May, 2018
- spiritual
आप के मन में कभी ये ख्याल आया कि सोमवार को ही भगवान शिव की पूजा और आराधाना क्यों की जाती है? बता दें कि सोमवार को भगवान शिव का दिन कहा गया है। चंद्रमा का दूसरा नाम सोम भी है। चंद्रमा को शिव ने अपने मस्तक पर स्थान दिया है। इसलिए सोमवार को शिव का दिन माना जाता है।
सोमवार को शिव पूजा के पीछे एक और वजह भी है। सोम का दूसरा अर्थ होता है सौम्य। शिव बेहद सौम्य भी हैं। उनकी सरलता और सहजता के कारण उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। इसलिए भी सोमवार को शिव का दिन माना जाता है।
ये भी पढ़े : श्रीकेदारनाथ के कपाटोद्घाटन की तिथि व समय हुई तय, 6 मई को सुबह ठीक इतने बजे खुलेंगे कपाट
शास्त्र और धर्म के जानकारों के मुताबिक सोम का एक अर्थ है- उमा के साथ शिव। और शिव की उपासना बिना शक्ति यानि देवी के पूरी नहीं मानी जाती। इसलिए भी सोमवार को शिव का दिन माना गया।
जब सोम का उच्चारण किया जाता है तो ओउम भी उच्चारित होता है। सोम में ओउम भी समाया है और शिव ओंकार हैं। ओउम से संसार की उत्पत्ति मानी जाती है इसलिए भी सोमवार को शिव का दिन कहा जाता है।
सोम का एक अर्थ है सोमरस। सोमरस को देवता पिया करते थे। इस पेय को आरोग्य और आयुष्यवर्धक माना गया है। जैसे सोमरस इंसान के लिए अमृत होता है वैसे ही शिव हमारे लिए कल्याणकारी हों, इसलिए सोमवार को महादेव की उपासना की जाती है।
सोम का एक अर्थ चंद्रमा है और चंद्रमा मन का प्रतीक है। मन की चेतनता और चंचलता को पकड़कर, वश में कर, हम परमात्मा तक पहुंच सकें इसलिए महादेव की उपासना सोमवार को की जाती है। बता दें कि इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
Read more Haridwar की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।