- होम >>
Rajasthan: गहलोत द्वारा बनाए गए 4 जिले और 1 संभाग हो सकते हैं खत्म, पूर्व सीएम बोले- नए जिलों की थी आवश्यकता
- न्यूज़
- Thursday | 13th June, 2024
गहलोत ने अपने कार्यकाल के अंतिम बजट में नए जिलों और संभागों की घोषणा की थी।
भाजपा ने चुनाव के समय नए जिले बनाने पर सवाल उठाते हुए कहा था कि सत्ता में आने पर गहलोत सरकार के इस फैसले की समीक्षा की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार चार जिले और एक संभाग को खत्म करने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गहलोत सरकार ने दूदू, अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, कोतपुतली, बालोतरा, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, फलौदी, खैरथल, ब्यावर, नीम का थाना, डीग, फलौदी, डीडवाना, सांचौर, केकड़ी और सलूंबर आदि नए जिले बनाए थे।
वहीं, बांसवाड़ा,पाली और सीकर को संभाग बनाया गया था। राजस्थान में नए जिलों की थी आवश्यकता- गहलोत उघर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर कहा, हमारी सरकार ने राजस्थान में नए जिले सेवानिवृत आईएएस अधिकारी रामलुभाया की समिति की रिपोर्ट के आधार पर बनाए थे।
राजस्थान में नए जिलों की आवश्यक्ता थी।
क्षेत्रफल में राजस्थान से छोटे मध्य प्रदेश में 55 जिले और छत्तीसगढ़ में 33 जिले हैं।
हमारी सरकार ने प्रशासनिक क्षमता बढ़ाने और सर्विस डिलीवरी को बेहतर करने के लिए नए जिले बनाए और वहां कलेक्टर और अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों को तैनात किया था। अब देखना होगा कि भाजपा सरकार राजनीतिक कारणों से पिछली सरकार के फैसलों को गलत साबित करने की मंशा से कार्य करते हुए राजस्थान की जनता के हितों को ताक पर रखेगी। यह भी पढ़ें- Kuwait Fire Incident: कुवैत में आग लगने की घटना में 5 तमिलों की हुई मौत, तमिलनाडु के मंत्री एस मस्थान ने किया दावा यह भी पढ़ें- NEET-UG Results: NEET-UG पेपर लीक मामले में धमेंद्र प्रधान ने तोड़ी चुप्पी, बोले- पेपर लीक का कोई सबूत नहीं आया सामने ।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.






डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।