Jharkhand News: हेलीकॉप्टर और ड्रोन की मदद से हरी-भरी होंगी पहाड़ियां, लगाए जाएंगे 5 लाख से अधिक पौधे

पौधे लगाने में ड्रोन का इस्तेमाल पारंपरिक तरीकों की तुलना में कम लागत वाला हो सकता है।

जहां कम पौधे हैं या जंगल कम हो गए हैं, वैसे स्थानों को ग्रीन बेल्ट के रूप में विकसित किया जा सकता है। जमशेदपुर के डीएफओ सबा आलम अंसारी कहते हैं कि कई कंपनियां जो कि ड्रोन का उपयोग करके बड़े क्षेत्रों में वनीकरण के लिए पौधे लगा रही है।

इस संबंध में उन्होंने क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक स्मिता पंकज से विचार विमर्श किया।सहमति मिलते ही उन्होंने प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेज दिया है।

स्वीकृति मिलते ही सबसे पहले अपना ड्रोन खरीदा जाएगा।

इसके बाद हेलीकाप्टर का उपयोग किया जाएगा। फलदार पौधे लगाने से वन्य जीवों को मिलेगा लाभडीएफओजमशेदपुर के डीएफओ सबा आलम अंसारी ने बताया कि उन्होंने निश्चय किया है कि जमशेदपुर के जंगलों में फलदार पौधे लगाया जाएं।

क्योंकि, फलदार पौधे से जंगली जीव जंतुओं से लेकर पक्षियों के साथ-साथ जंगल में रहने वाले लोगों को भी फायदा होगा। इन फलदार पौधों को लगाया जाएगाउन्होंने बताया कि हरियाली लाने के लिए जंगलों में आम, अमरूद, बेल, कटहल, सीताफल, बड़, पीपल, आंवला, बेर, चिरौंजी, करोंदा, जामुन, इमली, जंगल जलेबी, बहेड़ा, महुआ जैसे पौधों को शामिल किया गया है। ये भी पढ़ेंझारखंड में उच्च माध्यमिक शिक्षा के नामांकन अनुपात से बढ़ी केंद्र की चिंता, जीईआर 50 फीसदी से भी कम Maiya Samman Yojana में एक और बड़ा फर्जीवाड़ा, नई गड़बड़ी से अधिकारियों का भी चकराया माथा अब जारी हुआ नया आदेश ।

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