Vivek Murder Case: विवेक हत्याकांड में सात गिरफ्तार, बिट्टू था बदमाशों का निशाना पर इस वजह से बच निकला

गिरफ्तार आरोपितों में बेल्डीह निवासी सुशांत सिंहदेव उर्फ टूना सिंह, गांधीनगर, लाल बिल्डिंग निवासी सोनू वर्मा, जोजोबेड़ा के आमदा निवासी दु:शासन महतो, जय प्रकाश महतो, भाटिया बस्ती निवासी सुरज तांती, छत्तीसगढ़ के भाट्ठा गांव निवासी राजेन्द्र महंत उर्फ राजन तथा राजनगर के बत्तरबेड़ा निवासी मान सिंह मुर्मू शामिल हैं। इनके पास से पुलिस ने तीन देसी पिस्तौल, दो देसी कट्टा, 14 जिंदा कारतूस तथा दो बोतल बम बरामद किया गया है। राकी कालिंदी पर हुए फायरिंग मामले में गम्हरिया के शांतिनगर निवासी राजेश गोप और नीमडीह के जुगीलौंग निवासी सादन गोप को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ही अपराध की घटना स्क्रैप के कारोबार में वर्चस्व को लेकर घटी है।

इनके पास से घटना में प्रयुक्त देशी कट्टा, गोली का दो खोखा, एक मारुति कार बरामद किया गया है। विवेक सिंह की हत्या करने आए बदमाशों के निशाने पर गैंग के सरगना विक्की नंदी का भाई स्क्रैप कारोबारी बिट्टू नंदी निशाने पर था।

लेकिन उसके नहीं मिलने पर विवेक सिंह की हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में चार और अभियुक्त हैं जो फरार हैं।

छापेमारी अभियान में एसडीपीओ संतोष मिश्रा, आदित्यपुर थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह, खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार, रविन्द्र मुंडा, संतन कुमार तिवारी, रंजीत कुमार सिंह, संतोष कुमार सेन, विपुल कुमार ओझा, सतीश वर्णवाल, सुधांशु कुमार, चंचल कुमार, कौशल कुमार, संदीप कुमार, दीपक सुंडी आदि शामिल थे। सैलून में थी भीड़ इसलिए बच गया था बिट्टू विक्की नंदी का बड़ा भाई बिट्टू नंदी इन बदमाशों के निशाने पर था।

वारदात की शाम अपराधियों ने बिट्टू नंदी की रेकी भी कर ली थी। उसे आदित्यपुर के एक सैलून के पास हत्या करना था।

लेकिन सैलून में भीड़ होने के कारण बिट्टू वहां से निकल गया।

इसके बाद अपराधियों ने विक्की के करीबी विवेक सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। गिरफ्तार आरोपितों पर दर्ज हैं कई संगीन मामले एसपी ने बताया कि विवेक सिंह हत्याकांड में गिरफ्तार सुशांत पर जिले में सात मामले दर्ज हैं।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।