कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, सांस की बीमारी से पीड़ित मरीजों का होगा कोविड टेस्ट

उन्होंने कहा है कि अस्पतालों के ओपीडी और आइपीडी में इससे संबंधित आने वाले मरीजों की सतत निगरानी और रिपोर्टिंग हो।

साथ ही, इसे सर्विलांस विभाग के पोर्टल पर अपलोड करें।

साथ ही, अस्पतालों में आने वाले पांच प्रतिशत इन्फ्लुएंजा और शत प्रतिशत गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी से संबंधित मरीजों की कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया है। चूंकि, यह रिपोर्ट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) को भेजी जाएगी।

उन्होंने कहा है कि तीव्र श्वसन बीमारी के लक्षणों वाले मामले अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करना जारी रख सकते हैं।यदि किसी को सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द आदि जैसे लक्षणों में कोई गिरावट महसूस होती है, तो निकटतम स्वास्थ्य सुविधाओं को रिपोर्ट करें। कोरोना संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट आई निगेटिवजिला सर्विलांस विभाग ने तीन दिन पूर्व कदमा से एक पति-पत्नी का नमूना लेकर जांच के लिए एमजीएम कॉलेज भेजा था।

शनिवार को दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। मालूम हो कि दोनों पति-पत्नी बेंगलुरु से लौटे हैं।

तब से उनको बुखार और सर्दी-खांसी की समस्या है।

इसे देखते हुए उन्होंने एक निजी अस्पताल में जांच कराई थी, जहां पर कोरोना होने का संदेह जताया गया था। ।

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