रूस में मृत पाए गये शख्स के परिजनों ने शव वापस नहीं लाने पर आमरण अनशन की धमकी दी

जोधपुर, चार जनवरी (भाषा) पिछले साल रूस के मॉस्को में मृत मिले राजस्थान के एक आदिवासी व्यक्ति के परिजनों ने कहा है कि अगर उनके शव को 15 जनवरी तक भारत वापस नहीं लाया जाता, तो वे 16 जनवरी से दिल्ली के जंतर-मंतर पर आमरण अनशन पर बैठेंगे।

उदयपुर जिले के गोदवा गांव के रहने वाले हितेंद्र गरासिया के परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक ज्ञापन स्थानीय प्रशासन को सौंपा।

हितेंद्र को रूस में अधिकारियों द्वारा दफन किये जाने की बात पता चलने पर परिवार ने यह कदम उठाया।

हितेंद्र के परिजनों का दावा है कि सरकार ने बार-बार याद दिलाये जाने के बावजूद मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया।

हितेंद्र के बेटे पीयूष ने कहा कि परिवार को यह जानकर दु:ख हुआ कि उसके पिता के शव को रूस के अधिकारियों ने दफना दिया और इस मामले में भारत सरकार की ‘लापरवाही’ ने उन्हें हितेंद्र का अंतिम संस्कार आदिवासी परपंराओं के अनुसार करने से वंचित कर दिया।

पीयूष ने कहा कि यदि उसके पिता के शव को 15 जनवरी तक निकालकर परिवार को नहीं सौंपा गया, तो वे 16 जनवरी से जंतर-मंतर पर आमरण अनशन पर बैठेंगे।

हितेंद्र गरासिया अप्रैल 2021 में एक साल के कामकाजी वीजा पर रूस गये थे लेकिन खबरों के अनुसार मॉस्को के एक पार्क में मृत मिले।

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