BJP का आरोप- PSC परीक्षा में लेटलतीफी के लिए कांग्रेस जिम्मेदार

संक्षेप:

  • नरेश ने कहा कि पीएससी के मुद्दे पर कांग्रेस को बोलने से पहले अध्ययन करना चाहिए.
  • कांग्रेस कार्यकाल में पीएससी की स्थिति किसी से छिपी नहीं है.
  • पुलिस भर्ती निरस्त कर दी गई है.

कांकेर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता नरेश नायक ने छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा को लेकर कुछ दिन पहले कांग्रेस के प्रवक्ता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गंगाजल की कसम खाने वाले अपने वादे से मुकर गए और अब सत्यता की बात कर रहे हैं। इन पर कौन भरोसा करेगा। नायक ने कहा कि राज्य निर्माण के तीन वर्ष तक पीएससी का गठन नहीं किया गया और परीक्षाएं भी आयोजित नहीं हुई और पहली बार परीक्षा हुई तो केवल 147 पद का ही विज्ञापन निकाला गया था। वहीं कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में 2003 में आयोजित पीएससी में एक विषय का पेपर मध्यप्रदेश का पेपर का हूबहू लिया गया था। पूरी अराजकता की स्थिति थी लेकिन 15 साल में भाजपा की सरकार ने पीएससी पर उम्मीदवारों का भरोसा बनाकर रखा।

नरेश ने कहा कि पीएससी के मुद्दे पर कांग्रेस को बोलने से पहले अध्ययन करना चाहिए। कांग्रेस कार्यकाल में पीएससी की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। पुलिस भर्ती निरस्त कर दी गई है, यहीं नहीं अब तक कई विभागों में भर्ती नहीं हो रही है। चुनाव से पहले कांग्रेस ने जो बेरोजगारों से वादा किया था उसे पूरा नहीं कर रही है। नरेश ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पीएससी परीक्षा आयोजित करने में असफल है और अब तक निर्धारित पीएससी के कलेन्डर के मुताबिक विज्ञापन भी जारी नहीं किया गया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता नरेश नायक ने छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा को लेकर कुछ दिन पहले कांग्रेस के प्रवक्ता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गंगाजल की कसम खाने वाले अपने वादे से मुकर गए और अब सत्यता की बात कर रहे हैं। इन पर कौन भरोसा करेगा। नायक ने कहा कि राज्य निर्माण के तीन वर्ष तक पीएससी का गठन नहीं किया गया और परीक्षाएं भी आयोजित नहीं हुई और पहली बार परीक्षा हुई तो केवल 147 पद का ही विज्ञापन निकाला गया था। वहीं कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में 2003 में आयोजित पीएससी में एक विषय का पेपर मध्यप्रदेश का पेपर का हूबहू लिया गया था। पूरी अराजकता की स्थिति थी लेकिन 15 साल में भाजपा की सरकार ने पीएससी पर उम्मीदवारों का भरोसा बनाकर रखा।

नरेश ने कहा कि पीएससी के मुद्दे पर कांग्रेस को बोलने से पहले अध्ययन करना चाहिए। कांग्रेस कार्यकाल में पीएससी की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। पुलिस भर्ती निरस्त कर दी गई है, यहीं नहीं अब तक कई विभागों में भर्ती नहीं हो रही है। चुनाव से पहले कांग्रेस ने जो बेरोजगारों से वादा किया था उसे पूरा नहीं कर रही है। नरेश ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पीएससी परीक्षा आयोजित करने में असफल है और अब तक निर्धारित पीएससी के कलेन्डर के मुताबिक विज्ञापन भी जारी नहीं किया गया है।

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