बाराबंकी जहरीली शराब कांड में ADG ने किया बड़ा खुलासा, शराब की बोतलों में की गई थी मिलावट

संक्षेप:

  • जहर बेचने वाले ठेकेदार और दो सेल्समैन के खिलाफ मुकदमा
  • जहरीली देसी शराब ने बाराबंकी में 16 लोगों की जान ली
  • 32 लोग अस्पताल में जिंदगी के लिए कर रहे हैं संघर्ष

सरकार के इतने नियम- कानुन लागु करने के बावजूद शराब बंदी पर कोई कानुन असर नहीं कर रही है. छोटे-छोटे शहरों में देसी शराब को लेकर कई जाने जाती रही हैं पर इस बार लखनऊ के बाराबंकी में देसी शराब ने 16 लोगों की जान ले ली और 32 लोग अस्पताल में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. मरने वालों में पिता-पुत्रों समेत एक ही परिवार के चार लोग भी शामिल हैं.

इन सबका केजीएमयू, लखनऊ में इलाज चल रहा है. चपेट में आए 17 गांवों के सभी लोगों ने रामनगर थाना क्षेत्र के रानीगंज में स्थित सरकारी ठेके से सोमवार को शराब खरीदकर पी थी. आशंका है कि शराब की शीशियों की सील टेम्पर कर उसमें मिलावट की गई थी. 

इस मामले में आबकारी अधिकारी, आबकारी निरीक्षक समेत 15 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है. शराब पीने के बाद सोमवार रात से ही एक के बाद एक लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. उल्टी-दस्त के साथ ही आंखों की रोशनी जाने लगी. साथ ही एक के बाद एक की सांस उखड़ने लगी. 40 से ज्यादा को सूरतगंज, रामनगर और फतेहपुर सीएचसी के बाद जिला अस्पताल भेजा गया. यहां भी हालत में सुधार न होने पर केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया जाने लगा. इस मामले में लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्णा ने बड़ा खुलासा किया है.

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लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्णा ने बताया कि जिस सरकारी दुकान से विंडीज और पावर हाउस ब्रांड की शराब खरीदी गई, अन्य जिलों में भी सरकारी ठेकों से भी उसी ब्रांड की शराब बेची जा रही है. जिस बैच की शराब पीने से लोगों की मौत हुई है, उसकी जांच करने के लिए कहा गया है.  उन्होंने बताया कि जहरीली शराब से पीड़ित लोगों में से कुछ का कहना है कि सरकारी ठेके से बेची गई बोतल सील नहीं थी. इसकी भी जांच की जा रही है.

सरकार ने बाराबंकी के जिला आबकारी अधिकारी एसएन दुबे, आबकारी निरीक्षक रामतीरथ मौर्या, हेड कांस्टेबल राममोहन, संतोष यादव, सलीम व कांस्टेबल अब्दुल कलाम, दीपक शुक्ला, विनय सिंह, रामशबद चौधरी व सीता देवी को निलंबित कर दिया गया है. डीजीपी के निर्देश पर रामनगर के एसपी पवन गौतम, प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार, चौकी इंचार्ज महेंद्र सिंह व सिपाहियों परमात्मा व जंग बहादुर गुप्ता को भी निलंबित किया गया है.

रानीगंज के छोटेलाल (60) और उसके तीन बेटे रमेश (35), मुकेश(28) और सोनू (25) के साथ ही रानीगंज मजरे रहटा के मुन्ना उर्फ शिवकुमार यादव(50), उमरी के राजेंद्र वर्र्मा (42), भुंड अमराई के शिवकुमार(50), अकोहरा के राजेश कुमार (35), तेलवारी मजरे सेमराय के निवासी महेश सिंह (38), कटाहरी के विनय सिंह उर्फ राजू(33), कजियापुर के रामस्वरूप (40), ततेहरा के महेन्द्र सिंह(40), महार के सूर्य बक्श (42), लोहरनपुरवा के राम सहारे और रानीगंज के रविशंकर (30) की मौत हो गई.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने आबकारी आयुक्त पी. गुरुप्रसाद की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है. कमेटी को 48 घंटे के भीतर शासन को रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. कमेटी के सदस्यों ने मौके पर पहुंचकर जांच की है.

देसी शराब की दुकान के ठेकेदार बहराइच निवासी दानवीर सिंह और उसके सेल्समैन सुनील उर्फ पप्पू जायसवाल व मनीष सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है.  सुनील को गिरफ्तार किया गया है. अन्य दो सेल्समैन पीतांबर और शिवम को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.

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