राम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रपति के दान पर विवाद हुआ तो चंपत राय बोले- सवाल उठाने वाले इतिहास पढ़ें

संक्षेप:

अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर निर्माण के लिए नींव का प्रारूप तैयार हो चुका है। नींव खोदाई का कार्य फरवरी के पहले सप्ताह में शुरू हो जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राममंदिर के नींव के ढांचे पर इंजीनियरों ने मुहर लगा दी है। पूरा मंदिर विश्व में इंजीनियरिंग की अद्भुत संरचना में शामिल होगा। 01 फरवरी से नींव खोदाई का कार्य शुरू होने की पूरी संभावना है। राममंदिर शताब्दियों तक सुरक्षित रहे इसके लिए देश की 10 बड़ी तकनीकी एजेंसियों ने करीब आठ माह तक मंथन किया है।

अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर निर्माण के लिए नींव का प्रारूप तैयार हो चुका है। नींव खोदाई का कार्य फरवरी के पहले सप्ताह में शुरू हो जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राममंदिर के नींव के ढांचे पर इंजीनियरों ने मुहर लगा दी है। पूरा मंदिर विश्व में इंजीनियरिंग की अद्भुत संरचना में शामिल होगा। 01 फरवरी से नींव खोदाई का कार्य शुरू होने की पूरी संभावना है। राममंदिर शताब्दियों तक सुरक्षित रहे इसके लिए देश की 10 बड़ी तकनीकी एजेंसियों ने करीब आठ माह तक मंथन किया है।

उन्होंने कहा कि राममंदिर के नींव का प्रारूप तैयार हो चुका है। ऐसे में यदि 01 फरवरी से काम शुरू हो जाता है तो 39 से 40 महीने के भीतर राममंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बताया कि पत्थर का वजन जिस नींव पर टिका रहना है उसकी आयु कैसी है। दूसरी बात इस नींव की ड्राइंग किस ढंग से बनाई जाए ताकि लंबे समय तक नींव पत्थर का वजन सह सके। इस पर इंजीनियर मंथन कर चुके हैं, उसका प्रारूप आ गया है। कार्य अब शीघ्र शुरू होगा। उन्होंने कहा कि नींव मजबूत करने के लिए 50 फीट गहराई तक खोदाई की जाएगी।

इसके बाद पत्थरों का भार सहने लायक नींव बनाई जाएगी। ऐसी ड्राइंग तैयार हो चुकी है जिससे राममंदिर शताब्दियों तक सुरक्षित रहेगा। राममंदिर भारत की इंजीनियरिंग ब्रेन का अद्भुत उदाहरण बनेगा। चंपत राय ने कहा कि हमारा 39 महीने के भीतर राममंदिर का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है। कहा कि राममंदिर में बहुत सारा काम मैनुअल होना है इसलिए यदि चार-पांच महीने देर भी हो जाए तो भी कोई बात नहीं है। राममंदिर में मनुष्य के हाथों की कारीगरी होगी, आरसीसी, प्री फेब्रिकेशन का काम नहीं है, अनुभवी लोगों की मदद ली जा रही है।

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पत्थर की आयु बढ़ाने के लिए सीबीआरआई रुड़की की टीम ने किया अध्ययन

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राममंदिर शताब्दियों तक सुरक्षित रहे इसके लिए राममंदिर के नींव की मजबूती पर हमारा सारा फोकस है। पत्थर की आयु की जांच के लिए सीबीआरआई रुड़की की टीम ने अध्ययन किया है। प्राचीन मंदिर जो पत्थरों के बने हैं वह शताब्दियों तक टिके हैं। रुड़की ने अपने अध्ययन में यह जाना है कि हवा, धूप व पानी से जो पत्थरों का क्षरण होता है, उसे कम कैसे किया जाएगा, ताकि राममंदिर में लगने वाले पत्थर शताब्दियों तक सुरक्षित रहें। इसको लेकर भी उनका अध्ययन पूरा हो चुका है, राममंदिर में अभी चार लाख घनफीट पत्थर और लगने हैं।

राममंदिर ट्रस्ट ने जारी किया बैंकों का टोल फ्री नंबर

अयोध्या। रामनगरी अयोध्या  में भव्य राममंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान प्रारंभ हो चुका है। इसी कड़ी में रविवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने निधि समर्पण अभियान से एकत्र धन को जमा करने के लिए अधिकृत बैंकों का टोल फ्री नंबर भी जारी कर अधिक से अधिक समर्पण करने की अपील की है। इन नंबरों पर फोन कर दान करने के लिए पूरी जानकारी ली जा सकती है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का टोल फ्री नंबर 18001805155 और पंजाब नेशनल बैंक का टोल फ्री नंबर 18001809800 है।

इन नंबरों पर सुबह 10 बजे से रात्रि 7 बजे तक रामजन्मभूमि संबंधी जानकारी, पैसा कैसे जमा होगा आदि के विषय में कोई भी व्यक्ति संपर्क कर सकता है। बताते चलें कि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निर्देशन में संघ व उसके आनुषांगिक संगठन राममंदिर निर्माण के लिए घर-घर जाकर निधि समर्पण अभियान में जुटे हैं। अभियान के तहत अभी प्रथम चरण में विशिष्ट लोगों से संपर्क कर उनका समर्पण लिया जा रहा है। इसके बाद 01 से 27 फरवरी तक घर-घर जाकर समर्पण लिया जाएगा। इस दौरान 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन दिए जाएंगे। 2000 रुपये से ज्यादा सहयोग करने वालों को रसीद दी जाएगी।

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