Good Friday Special: गवर्नर के लिए बनाया गया था लखनऊ का यह चर्च

संक्षेप:

  • आज के ही दिन सूली पर लटगाए गए थे ईशु
  • सदियों पुराना है लखनऊ का यह गिरजाघर
  •  ईशु के मामने वाले दुख के साथ होते हैं प्रसन्न

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देखा जाए तो हर प्रमुख क्षेत्र में एक गिरजाघर है लेकिन अगर हम प्राचीन गिरजाघरों की बात करें तो सबसे पहले क्राइस्ट चर्च का नाम ज़ुबान पर आता है।

क्यों खास है यह गिरजाघर

आपको बता दें कि यह गिरजाघर अंग्रेजों के जमाने में उन्हीं के द्वारा बनवाया गया था। यह चर्च गवर्नर हाउस के सामने है और जब इस चर्च का निर्माण हुआ था तो इसमें प्रार्थना के लिए उस समय के गवर्नर आते थे यानि लाटसाहब। यह खासकर गवर्नर के लिए ही बनवाया गया था। यह चर्च राजधानी के हजरतगंज क्षेत्र में स्थित है।

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आखिर क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे

इस चर्च के प्रमुख पादरी फादर रॉबिंसन ने NYOOOZ से बातचीत में बताया कि हम गुड फ्राइडे इसलिए मनाते हैं क्योंकि आज के दिन हमारे परम पिता परमेश्वर भगवान ईशु को मृत्युदंड दिया गया था। यानी आज के दिन वह सूली पर चढ़ गए थे। पादरी ने बताया कि आज का दिन हमारे लिए दुख का है।

बोले दुःखी होने के साथ ही हम आनंदित भी होते है कि ईश्वर हमारे लिए सूली पर चढ़ गया। बताते हैं कि जिस दिन भगवान ईशु को मृत्युदंड दिया गया वह शुक्रवार का दिन था और वह ईस्टर के संडे के पहले का दिन था। बताया कि विश्व में ईशु अकेला ऐसा देव है जो मृत्यु के बाद जीवित होकर संसार में आया।

 

ज़िंदा होते हैं ईशु

पादरी ने बताया कि 3 दिन के अंदर ईश्वर जीवित भी हो जाते हैं। कहते हैं कि उन दिन को हम लोग ईस्टर के नाम से मनाते हैं। साथ ही बताते हैं कि 40 दिन तक ईशु अपने आपको प्रकट करते हैं और लोगों को बताते हैं कि मैं जीवित हूं।धार्मिक आस्था की बात करते हुए बोले कि जैसे हमारा प्रभु एक दिन मौत के बाद जिंदा हो गया था। उसी तरह हम भी एक दिन मृत्यु के बाद जीवित हो जाएंगे।

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