लखनऊ को मिलेगी पहली महिला मेयर, जानिए लोगों की राय

संक्षेप:

  • खुद की राजनीती पर काम करें
  • जमीनी हकीकत को समझना जरूरी है
  • महिला सुरक्षा के साथ हो सशक्तिकरण की बात

लखनऊ: नवाबों का शहर लखनऊ 100 साल में पहली बार किसी महिला को अपना मेयर चुनने जा रहा है. राजधानी में नगर निगम चुनावों के दूसरे चरण के तहत रविवार को मतदान होना है, गौरतलब है कि पिछले 100 साल में लखनऊ की मेयर कोई महिला नहीं बनी है. इस बार लखनऊ मेयर की सीट महिला के लिए आरक्षित है, सत्ताधारी भाजपा सहित विभिन्न दलों ने महिला प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं, जीते किसी भी दल का प्रत्याशी, इतिहास बनना तय है और पहली बार राजधानी लखनऊ को महिला मेयर मिलेगी.

लखनऊ में चर्चा का विषय है कि पहली बार महिला सीट पर किस तरह की महिला महापौर की ताज ताजपोशी होनी चाहिये. इस बात पर NYOOOZ संवाददाता शांतनु त्रिपाठी ने राजधानी की समाज सविकाओं, शिक्षित युवा लड़कियों की राय जानी कि आखिर किस तरह के महापौर की लोगों को आस है.

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फोटोग्राफी और लेखन का शौक रखने वाली राजधानी की अर्पिता सिंह ने NYOOOZ को बताया कि मेरे अनुसार महापौर ऐसा हो कि जो एक्शन जल्दी ले, सिर्फ वादों से देश का विकास नहीं होगा. जरूरत है एक तेज काम करने वाले महापौर की जो जनता की समस्या को जल्दी से जल्दी हल करे. साथ ही कुछ नए नियम भी लायें और अपनी पॉवर का पूरा प्रयोग करें.  

समाज सेविका ममता त्रिपाठी ने NYOOOZ को बताया कि महापौर ऐसा होना चाहिये जो कि जनता की आम समस्या का सबसे पहले निवारण करें जैसे बिजली, पानी और अपराध. चुनाव के दौरान किये वादों पर चुनाव जीत जाने के बाद ज्यादा काम नहीं होता है तो अब जरूरी है कि इसमें भी बदलाव आये. जो भी महिला महापौर की कुर्सी पर बैठे वो केवल और केवल किताबी ज्ञान नहीं बल्कि सामाजिक ज्ञान की भी जानकार हो. 

लखनऊ में ‘हमसफ़र’ सपोर्ट सेंटर फॉर वीमेन की प्रमुख ऋचा ने NYOOOZ को बताया कि मेरे अनुसार तो महिला मेयर जो भी गद्दी पर बैठे वो सिर्फ और सिर्फ महिला सुरक्षा ही नहीं बल्कि महिला सशक्तिकरण पर भी ध्यान दे. ऋचा ने बताया कि देखें तो लखनऊ अभी महिलाओं के लिए पूरा सेफ नहीं है अभी उसको और सेफ करने की जरूरत है.

लखनऊ यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट और राजनीती में रूचि रखने वाली पूजा शुक्ला का कहना है कि सवाल महिला और पुरुष का है ही नहीं हर मेयर का कर्तव्य है कि वह अपने क्षेत्र की समस्या को हल करे. लेकिन इस बार महिला महापौर लखनऊ की गद्दी पर बैठेंगी तो जरूरी है कि अपनी राजनीति खुद तय करें किसी पार्टी प्रमुख के कहने पर निर्णय नहीं लें. जो भी फंड जनता के लिए आये उसमें भी पारदर्शिता कायम करें और जनता के विकास की सिर्फ बात नहीं बल्कि काम करे.

जानीमानी एक्टिविस्ट ताहिरा हसन ने NYOOOZ को बताया कि महापौर ऐसा हो जो जमीनी स्तर से जुड़ा हो और आम समस्याओं पर ध्यान दें जैसे, पानी और सफाई जो कि सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं. ताहिरा जी ने बताया कि राजधानी के मध्य में बसे माल एवेन्यू की हालत काफी खराब है और सिर्फ यहीं नहीं बल्कि पुराने लखनऊ में भी लोग कई समस्याओं से जूझ रहे हैं. इसी लिए महापौर जो भी हो वो इन सभी समस्याओं को समझे और समस्या का हर हाल में हल भी निकाले.

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