कई दलित संगठनों का भारत बंद आज, सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात

संक्षेप:

  • दलित संगठनों का भारत बंद आज
  • यूपी में प्रशासन-पुलिस अलर्ट
  • एमपी में कई जगह धारा-144

भले ही सरकार ने एससी-एसटी अत्याचार निवारण संशोधन अधिनियम बिल लोकसभा में पेश कर दिया हो, लेकिन इसके बावजूद कई दलित संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। लेकिन ऑल इंडिया अंबेडकर महासभा के साथ ही कुछ अन्य दलों ने खुद को इस बंद से अलग कर लिया है बावजूद इसके जहां-जहां बंद से सरगर्मी के आसार हैं पुलिस-प्रशासन मुस्तैदी का दावा कर रहा है। भारत बंद आह्वान को देखते हुए पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही प्रशासन की ओर से रेलवे, हवाई अड्डों, प्रमुख धार्मिक स्थलों पर कड़े सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं।

भारत बंद के दौरान बवाल होने की आशंका को देखते हुए पुलिस को अलर्ट किया गया है। सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। डीआईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया कि गुरुवार को भारत बंद जैसी स्थिति नहीं है लेकिन कुछ संगठनों की अपील को देखते हुए व्यापक सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सावन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में ज्यादा भीड़ होती है, इसलिए वहां पहले से फोर्स अलर्ट है। इन जिलों में पीएसी के अलावा केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती भी है।

सूत्रों का कहना है कि दलित संगठनों की अपील पर बंद के दौरान पिछली बार कुछ जिलों में हिंसा व आगजनी की घटनाएं हुई थीं। इसमें रोडवेज की बसों एवं अन्य सार्वजनिक संपत्तियों को जमकर नुकसान पहुंचाया गया था। सोशल मीडिया के जरिए अफवाहें फैलाकर समुदाय विशेष के लोगों को भड़काने का प्रयास भी किया गया था। इसमें पश्चिमी यूपी के कुछ जिलों में भीम सेना नामक संगठन की गतिविधियां संदिग्ध पाई गई थीं।

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इस बार सभी जिलों को अपना स्थानीय खुफिया तंत्र मजबूत करके ऐसी घटनाओं की प्रभावी रोकथाम करने के निर्देश दिए गए हैं। जोन व रेंज स्तर के अधिकारियों को जरूरत पड़ने पर प्रभावित जिलों को तत्काल फोर्स उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। अलग अलग क्षेत्रों में अलग अलग संगठनों द्वारा अलग अलग मुद्दों पर बुलाए गए बंद को लेकर खुफिया एजेंसियों ने पुलिस और प्रशासन दोनों को सतर्क किया है। आपको बता दें कि दलितों ने पिछला भारत बंद बीते 2 अप्रैल को किया था और इसका अच्छा खासा असर देखने को मिला था।

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