UP News: फोटो देख दे दिया बस का फिटनेस प्रमाणपत्र, गोरखपुर के तत्कालीन RI निलंबित

एआइएस-119 मानकों के अनुरूप बस में न तो सीट का लेआउट था और न ही आपात निकास द्वार था।

इस गंभीर लापरवाही के लिए तत्कालीन संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) राघव कुमार कुशवाहा को निलंबित कर उनके विरुद्ध विभागीय जांच संभागीय परिवहन अधिकारी वाराणसी शिखर ओझा को सौंपी गई है।

वह तीन माह में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इसे भी पढ़ें- गजब का फैसला, केस फाइल करने वाले वकील को ही लखनऊ कोर्ट ने सुना दी दस वर्ष कैद और ढाई लाख रुपये जुर्माना की सजा आरटीओ गोरखपुर की रिपोर्ट से खुली पोलहादसे की शिकार बस के फिटनेस की पोल आरटीओ गोरखपुर की रिपोर्ट ने खोली।

बस की फिटनेस कराने में जो फोटोग्राफ भेजे गए उसमें एक ही पिक्चर दिखी।

फिटनेस में वाहन में अलग-अलग फोटो अपलोड करने के निर्देश हैं, किंतु फोटो के आधार पर ही फिटनेस हुआ, इसलिए एक ही फोटो का उपयोग किया गया था। तीन सदस्यीय प्रदेशस्तरीय जांच समिति खंगालेगी रिकार्डपरिवहन आयुक्त ने बताया, परिवहन विभाग की ओर से एनीवेयर फिटनेस प्रणाली के तहत पिछले एक वर्ष में जारी सभी फिटनेस प्रमाणपत्रों की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है, जिसकी अध्यक्षता अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) संजय सिंह कर रहे हैं।

यह समिति 15 दिन के भीतर प्रदेश भर में इस प्रणाली के दुरुपयोग की जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इसे भी पढ़ें- Recruitment of Home Guards : प्रदेश में होमगार्ड जवानों की जल्द होगी भर्ती, गठित किया जाएगा अलग भर्ती बोर्ड ।

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