- होम >>
2012 में हुई थी Naini Lake के जलस्तर में रिकार्ड 28 इंच की गिरावट, बीते 16 साल में नौ बार शून्य पहुंचा Water Level
- न्यूज़
- Wednesday | 19th June, 2024
साफ नजर आ रहा मानव जनित दबाव का झील पर असर इतिहास में दर्ज जानकारी के अनुसार 1872, 1890 व 1936 के मानचित्र तथा तमाम अध्ययनों के अनुसार झील की अधिकतम जलभरण क्षमता 87.32 लाख घन लीटर से 81.21 लाख घन लीटर तक प्रतिशत में अंकित है।
मानव जनित दबाव का भी झील पर असर साफ नजर आ रहा है।
1872 की सूचना के अनुसार झील का जलभरण क्षेत्रफल करीब 118 एकड़ तथा गहराई 93 फीट या 28.35 मीटर रही है। आंकड़ों के अनुसार झील के जलस्तर में सबसे अधिक 28 इंच की गिरावट 13 जून 2012 को हुई थी।
तब यह गिरावट का सिलसिला 28 जून तक जारी रहा था।
जलस्तर कम होने से झील की जलभरण क्षमता 81.95 लाख घन लीटर से घटकर 77.33 लाख घन लीटर पहुंच गई थी जबकि 1872 में जल भरण क्षमता से दस लाख घन लीटर कम थी।
18 सालों में आठ बार झील के जलस्तर में गिरावट नई समस्या पैदा कर रही है। 2009 में झील किनारे डेल्टाओं की सफाई के कारण जलस्तर को शून्य में नियंत्रित किया गया, जबकि 2006 में तकनीकी खराबी से शून्य जलस्तर आंका गया।
झील के चारों ओर चौपाटी का क्षेत्रफल दो हेक्टेयर है।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
Read more Nainitalकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।






डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।